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Showing posts from May, 2016

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Shri JINManiprabhSURIji ms. खरतरगच्छाधिपतिश्री जहाज मंदिर मांडवला में विराज रहे है।

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पूज्य गुरुदेव गच्छाधिपति आचार्य प्रवर श्री जिनमणिप्रभसूरीश्वरजी म.सा. एवं पूज्य आचार्य श्री जिनमनोज्ञसूरीजी महाराज आदि ठाणा जहाज मंदिर मांडवला में विराज रहे है। आराधना साधना एवं स्वाध्याय सुंदर रूप से गतिमान है। दोपहर में तत्त्वार्थसूत्र की वाचना चल रही है। जिसका फेसबुक पर लाइव प्रसारण एवं यूट्यूब (जहाज मंदिर चेनल) पे वीडियो दी जा रही है । प्रेषक मुकेश प्रजापत फोन- 9825105823

Shivir in Palitana पालीताना में शानदार रहा कन्या शिविर

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अंतराष्ट्रीय जैन तीर्थ पालीताणा में आनंद, आरोग्य, उत्साह, आत्मविश्वास एवं प्राण ऊर्जा के जागरण के लिए 11 मई से 18 मई 2016 तक आठदिवसीय ‘जीवन जीने की कला’ शिविर का आयोजन हुआ। साध्वी डाँ. प्रियश्रद्धांजनाश्रीजी म. की प्रेरणा से अखिल भारतीय सदा कुशल सेवा समिति द्वारा इस शिविर का आयोजन किया गया। पूज्य गुरुदेव खरतरगच्छाधिपति आचार्य देव श्री जिनमणिप्रभसूरीश्वरजी महाराज के आशीर्वाद से मुनिराज श्री मुक्तिप्रभसागरजी म. की निश्रा में एवं गच्छगणिनी साध्वी श्री सुलोचनाश्रीजी म. की शिष्या साध्वी प्रियरंजनाश्रीजी म. व साध्वी डाँ. प्रियश्रद्धांजनाश्रीजी म. के मार्गदर्शन एवं निर्देशन में यह कन्या शिविर संपन्न हुआ। इस शिविर में 14 से 28 वर्षीया बालिकाओं ने भाग लिया। जिसमें अहमदाबाद, सुरत, बडौदा, मुंबई, पुना, हैद्राबाद, बाडमेर, जोधपुर, बेंगलोर, मैसुर, सिंधनूर, रायचूर, होस्पेट, बल्लारी, गदग, हुबली, तिरुपात्तुर, चैन्नई, बालोतरा, रायपुर, भिलाई, राजनांदगांव आदि विविध स्थानों से तीन सौ से अधिक बालिकाएं शामिल हुई। शिविर में बालिकाओं को जीवन जीने की कला, माता पिता के उपकार, मानवता के कार्य, परिवार में ...

Diksha divas Vandna ... संयम रजत वर्ष पर चारित्र की अनुमोदना

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Diksha divas Vandna ... संयम रजत वर्ष पर चारित्र की अनुमोदना, Shraddhanjana sri ji पूज्या गच्छगणिनी श्री सुलोचनाश्रीजी म. एवं पूज्या तपोरत्ना श्री सुलक्षणाश्रीजी म. की सुशिष्या पूज्या साध्वी डाँ. प्रियश्रद्धांजनाश्रीजी म. के संयमी जीवन के रजत वर्ष की अनुमोदना शिविर के अंतिम दिन दि. अठारह मई 2016 को की गई।  अनुमोदना समारोह में पूज्य मुनि श्री मनीषप्रभसागरजी म., पूज्य मुनि मेहुलप्रभसागरजी म. एवं पूज्या महत्तरा श्री दिव्यप्रभाश्रीजी म., साध्वी सम्यग्दर्शनाश्रीजी म., साध्वी अमितगुणाश्रीजी म., साध्वी प्रियरंजनाश्रीजी म., साध्वी श्रद्धांजनाश्रीजी म., साध्वी प्रियस्वर्णांजनाश्रीजी म., साध्वी नूतनप्रियाश्रीजी म., साध्वी प्रियवर्षांजनाश्रीजी म. ने चारित्र धर्म की अनुमोदना करते हुए साध्वी डाँ. प्रियश्रद्धांजनाश्रीजी के उज्ज्वल आध्यात्मिक जीवन में प्रगति की कामना करते हुए हार्दिक बधाई अर्पण की।

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