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Shri JINManiprabhSURIji ms. खरतरगच्छाधिपतिश्री जहाज मंदिर मांडवला में विराज रहे है।

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पूज्य गुरुदेव गच्छाधिपति आचार्य प्रवर श्री जिनमणिप्रभसूरीश्वरजी म.सा. एवं पूज्य आचार्य श्री जिनमनोज्ञसूरीजी महाराज आदि ठाणा जहाज मंदिर मांडवला में विराज रहे है। आराधना साधना एवं स्वाध्याय सुंदर रूप से गतिमान है। दोपहर में तत्त्वार्थसूत्र की वाचना चल रही है। जिसका फेसबुक पर लाइव प्रसारण एवं यूट्यूब (जहाज मंदिर चेनल) पे वीडियो दी जा रही है । प्रेषक मुकेश प्रजापत फोन- 9825105823

KANYAKUMARI कन्याकुमारी जिनमन्दिर निर्माण का इतिहास




श्री जैन तीर्थ संस्थान (रामदेवरा), चेन्नई के तत्वावधान में इस मंदिर का निर्माण हुआ है।। मंदिर का निर्माण मात्र 6-7 महिने में संपन्न हुआ।
यहाँ जिन मंदिर बने, ऐसा भाव वर्षों से कई संघ, साधु साध्वीजी भगवंतों का था। श्री कन्याकुमारी जैन चेरिटेबल ट्रस्ट, मदुरै के मेनेजिंग ट्रस्टी श्री बगदावरमलजी हरण के माध्यम से यह विशाल भूखण्ड ट्रस्ट को प्राप्त हुआ। भूखण्ड प्राप्ति के प्रयास में मोकलसर निवासी श्री सुरेशकुमारजी श्रीमाल मदुरै वालों का पूर्ण सहयोग रहा।
सरकारी समस्याओं के निराकरण में चेन्नई माइनोरिटी कमीशन के माननीय सदस्य, उदीयमान युवा व्यक्तित्व श्री सुधीरकुमारजी लोढा के अथक प्रयास रहे।

इस भूखण्ड पर आराधना भवन, धर्मशाला, भोजनशाला आदि का प्रारंभ 10 जुलाई 2013 को किया गया। जिन मंदिर का शिलान्यास ता. 14 मार्च 2014 को किया गया। शिलान्यास के बाद परिस्थितियों के कारण कुछ समय कार्य नहीं हो पाया। उसके बाद लगातार कार्य चला। चेन्नई निवासी श्री राजेशजी गुलेच्छा ने इसके लिये अथक प्रयास किये। फलस्वरूप जिन मंदिर का कार्य शीघ्र ही पूर्ण हो पाया।

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