श्री जैन श्वे. वासुपूज्य महाराज का मन्दिर एवं श्री जिनदत्तसूरिजी दादावाडी ट्रस्ट, उदयपुर के तत्वावधान में प.पू. आचार्य भगवंत श्री जिनकांतिसागरसूरीश्वरजी म.सा. के शिष्य-प्रशिष्य एवं खरतरगच्छाधिपति आचार्य श्री जिनमणिप्रभसूरीजी म.सा. के निश्रावर्ती मुनिराज श्री मुक्तिप्रभसागरजी म.सा. एवं प्रवचनकार मुनिराज श्री मनीषप्रभसागरजी म.सा. का चातुर्मास उदयपुर स्थित जिनदत्तसूरि दादावाडी में है, जिसका नगर प्रवेश दि. 2 जुलाई 2016 को स्थानीय ज्योति होटल से सूरजपोल दादावाडी पर सम्पन्न होकर आराधना भवन में धर्मसभा में परिवर्तित हुआ।
पूज्य मुनि श्री मुक्तिप्रभसागरजी म. के मंगलाचरण से धर्मसभा प्रारम्भ हुई, पूज्य मुनि श्री मनीषप्रभसागर जी म.सा. ने चातुर्मास की महत्ता पर प्रकाश डालते हुये चातुर्मास को तपस्या व आराधना से परिपूर्ण बनाने का संदेश दिया। ट्रस्ट के सचिव राजभाई लोढ़ा ने अपने वक्तव्य में खरतरगच्छाधिपति आचार्य श्री जिनमणिप्रभसूरीश्वरजी म.सा. के शुभकामना संदेश का वांचन करते हुये मुनिश्री का चातुर्मास हेतु हुये उग्र विहार ही सुखपृच्छा की। मुख्य चातुर्मास संयोजक श्री किरणमलजी सावनसुखा ने स्वागत भाषण दिया। राजस्थान के गृहमंत्री श्री गुलाबचन्दजी कटारिया ने अपने उद्बोधन में जैन एकता पर बल देने का अनुरोध किया।
इस पावन अवसर पर मुनि श्री मनीषप्रभसागरजी म. के संयम जीवन के 29 वर्ष प्रवेश के उपलक्ष में गुरुभक्तों द्वारा प्रकाशित लेखन पुस्तिका का विमोचन मुख्य अतिथि राजस्थान के गृहमंत्री श्री गुलाबचन्दजी कटारिया ने किया।
समारोह के
मुख्य अतिथि राजस्थान के गृहमंत्री श्री गुलाबचन्दजी कटारिया, नगर निगम के महापौर श्री चन्द्रसिंहजी कोठारी, अमृतलालजी कटारिया, जीवराजजी श्रीश्रीमाल मुम्बई, लुणकरणजी सेठिया चोहटन, श्रीसंघ अध्यक्ष डाँ. शैलेन्द्रजी हिरण, महासभा अध्यक्ष तेजसिंहजी बोल्या, महासभा-श्रीसंघ के मंत्री कुलदीपजी नाहर एवं थोब की बाड़ी अध्यक्ष मनोहरसिंहजी नलवाया का दादावाडी ट्रस्ट की ओर से बहुमान किया गया। चार्तुमास संयोजक गजेन्द्रजी भंसाली ने धन्यवाद ज्ञापित किया। सभा का संचालन समाजसेवी प्रकाशजी नागोरी ने किया।
प्रेषक
दलपतसिंह दोशी
सह सचिव
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