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shri Kshamakalyan mahopadhyay |
पूज्य गुरुदेव खरतरगच्छाधिपति आचार्य भगवंत
श्री जिनमणिप्रभसूरीश्वरजी महाराज के आज्ञानुसार अखिल भारत में पूज्य विद्वद् शिरोमणि
महोपाध्याय श्री क्षमाकल्याणजी महाराज की 200 वीं पुण्यतिथि पौष वदि चतुर्दशी, दिनांक 28 दिसंबर 2016 आराधना, गुणानुवाद, स्नात्र पूजा, दादा गुरुदेव की पूजा के साथ मनाई गई।
इस अवसर पर महोपाध्याय श्री क्षमाकल्याणजी महाराज द्वारा रचित 119 कृतियों की संकलित पुस्तकें ‘क्षमाकल्याणजी कृति संग्रह भाग प्रथम’ और ‘क्षमाकल्याणजी कृति संग्रह भाग द्वितीय’ का विमोचन भी किया गया। कृति संग्रह का संपादन-संकलन पूज्य गुरुदेव खरतरगच्छाधिपति आचार्य भगवंत श्री जिनमणिप्रभसूरीश्वरजी महाराज के आशीर्वाद से उनके शिष्य आर्य मेहुलप्रभसागरजी महाराज द्वारा किया गया।
जोधपुर
श्री जैन श्वेतांबर खरतरगच्छ संघ जोधपुर के तत्वावधान में पूज्य आचार्यदेव श्री जिनकांतिसागरसूरिजी महाराज के शिष्य-प्रशिष्य पूज्य मुनिराज श्री मुक्तिप्रभसागरजी म. व पूज्य मुनिराज श्री मनीषप्रभसागरजी म. की पावन निश्रा में सरदारपुरा स्थित दादावाडी में श्री क्षमाकल्याणजी महाराज की गुणानुवाद सभा एवं क्षमाकल्याणजी कृति संग्रह के दोनों भागों का विमोचन किया गया।
इस अवसर पर अनेक लोग उपस्थित रहे। पूज्य मुनिराज श्री मनीषप्रभसागरजी ने महोपाध्यायजी के जीवन चरित्र का वर्णन कर उनके उपकारों की स्मृति करवाई।
दिल्ली
खरतरगच्छ युवा परिषद दिल्ली शाखा के तत्वावधान में गणिनी पद विभूषिता श्री सुलोचनाश्रीजी म.सा. की सुशिष्या समतामूर्ति पूज्या साध्वी श्री प्रियस्मिताश्रीजी म.सा., पूज्या साध्वी श्री प्रियलताश्रीजी म.सा., पूज्या साध्वी श्री प्रियवंदनाश्रीजी म.सा. आदि ठाणा 6 की पावन निश्रा में श्री क्षमाकल्याणजी महाराज की गुणानुवाद सभा एवं क्षमाकल्याणजी कृति संग्रह के दोनों भागों का विमोचन किया गया।
समस्त कार्यक्रम केयूप-दिल्ली शाखा के कर्मठ कार्यकर्ता श्री सुबोधजी कोठारी के निवास स्थान पर आयोजित हुआ। कार्यक्रम के पश्चात श्री सुबोधजी कोठारी द्वारा अल्पाहार का आयोजन भी किया गया। इस अवसर पर व्यवस्था सहयोगी श्री धनपतजी बोहरा का आभार व्यक्त किया गया।
प्रेषक-मनीष नाहटा (अध्यक्ष)
केयूप- दिल्ली शाखा
चेन्नई
खरतरगच्छ युवा परिषद चेन्नई शाखा के तत्वावधान में महोपाध्याय श्री क्षमाकल्याणजी म.सा. की 200वीं पुण्य तिथि पर छत्तीसगढ़ रत्न शिरोमणि साध्वी श्री मनोहरश्रीजी म.सा. की सुशिष्या पूज्या साध्वी श्री सुमित्राश्रीजी म.सा. आदि ठाणा 4 की पावन निश्रा में श्री क्षमाकल्याणजी की गुणानुवाद सभा एवं श्री क्षमाकल्याणजी कृति संग्रह पुस्तक के दोनों भागों का विमोचन महेन्द्रजी कोठारी एवं रणजीत गुलेच्छा द्वारा किया गया।
समस्त कार्यक्रम केयूप-चेन्नई शाखा द्वारा श्री जिनदत्तसूरि जैन धर्मशाला धर्मनाथ मंदिर में आयोजित हुआ। कार्यक्रम में साध्वीश्रीजी ने क्षमाकल्याणजी के संयम जीवन और तप त्याग को अच्छी तरह से समझाया उसके पश्चात उनके जीवन पर प्रश्नोत्तरी हुई।
महेंद्रजी कोठारी ने महोपाध्यायजी की जीवनी पर प्रकाश डाला। विचक्षण महिला मंडल ने गीत के द्वारा भाव व्यक्त कियेे।
सभा में श्री जिनदत्तसूरी जैन मंडल के ट्रस्टी सहित केयुप चेन्नई शाखा के सदस्य उपस्थित थे।
प्रेषक-गौतम संकलेचा, कोषाध्यक्ष
केयूप- चेन्नई शाखा
बेंगलोर
बैंगलोर बसवनगुड़ी स्थित श्री जिनकुशलसूरि दादावाडी आराधना भवन के प्रांगण में महोपाध्याय श्री क्षमाकल्याणजी महाराज की 200 वीं पुण्यतिथि निमित्ते सह पूज्या साध्वी श्री प्रियवंदाश्रीजी म. आदि ठाणा 6 के आराधनामय प्रभावक चातुर्मासिक आराधना —तज्ञता समारोह के उपलक्ष्य में खरतरगच्छाधिपति आचार्य भगवंत श्री जिनमणिप्रभसूरीश्वरजी महाराज की आज्ञानुसार पूज्या साध्वी श्री प्रियवंदाश्रीजी, शुद्धांजनाश्रीजी आदि ठाणा 6 की पावन निश्रा में बसवनगुड़ी में ता. 28.12.16 को प्रात: 9.30 बजे पूज्य महोपाध्याय श्री क्षमाकल्याणजी महाराज, जिनके नाम की वासक्षेप गुरू भगवंत हमें आशीर्वाद स्वरूप प्रदान करते हैं, की 200वीं पुण्यतिथि मनाई गई, एवं उनके द्वारा रचित पुस्तक क्षमाकल्याणजी —ति संग्रह भाग-१ एवं भाग-२ का विमोचन महेंद्रजी रांका, चुन्नीलालजी गुलेच्छा, लाभचंदजी मेहता, कुशलजी गुलेच्छा द्वारा किया गया।
सभा में महेंद्रजी रांका, तेजराजजी गुलेच्छा, कुशलजी गुलेच्छा अरविन्दजी कोठारी, ललितजी डाकलिया, विजयलक्ष्मीजी कोठारी ने अपना वक्तव्य दिया। साथ ही पूज्या गुरूवर्याओं का चातुर्मास —तज्ञता ज्ञापन समारोह, जिन्होंने हमें चार महीनों तक अनवरत ज्ञान की गंगा में भिगोया उनका आभार ज्ञापन किया गया। शांतिलालजी गोठी द्वारा गीतिका प्रस्तुत की गई।
तत्पश्चात सकल संघ का स्वामीवात्सल्य रखा गया। महोत्सव में श्री जिनदत्त कुशल सूरि जैन सेवा मंडल व खरतरगच्छ युवा परिषद्, बैंगलोर शाखा का विशेष सहयोग रहा।
प्रेषक- ललित डाकलिया, अध्यक्ष
केयुप बेंगलोर
मुम्बई
श्री जैन श्वेतांबर खरतरगच्छ संघ सांचोर के तत्वावधान में गणिनी पद विभूषिता श्री सुलोचनाश्रीजी म.सा. की सुशिष्या पूज्या साध्वी श्री प्रियरंजनाश्रीजी म.सा, पूज्या साध्वी श्री दिव्यांजनाश्रीजी म.सा., पूज्या साध्वी श्री प्रियशुभांजनाश्रीजी म.सा. की पावन निश्रा में मुम्बई िस्थ्त विल्सन गली के कुशल भवन में श्री क्षमाकल्याणजी महाराज की गुणानुवाद सभा एवं क्षमाकल्याणजी कृति संग्रह के दोनों भागों का विमोचन किया गया।
इस अवसर पर गणमान्य लोग उपस्थित रहे। साध्वीश्रीजी ने महोपाध्यायजी के वासक्षेप के महत्व को समझाते हुए महापुरुषों के जीवन से प्रेरणा लेने की सीख दी।
हैदराबाद
महावीर भवन, फीलखाना, हैदराबाद. के पवित्र प्रांगण में महोपाध्याय श्री क्षमाकल्याणजी महाराज की 200 वीं पुण्यतिथी निमित्ते खरतरगच्छाधिपति आचार्य भगवंत श्री जिनमणिप्रभसूरीश्वरजी महाराज की आज्ञानुसार पूज्या साध्वी श्री विरागज्योतिश्रीजी म., साध्वी विश्वज्योतिश्रीजी म. की पावन निश्रा में ता. 28.12.16 को सुबह 9.30 बजे दिव्य वासक्षेप मंत्रितकर्ता पूज्य महोपाध्याय श्री क्षमाकल्याणजी महाराज की 200वीं पुण्यतिथि मनाई गयी। गुणानुवाद सभा में क्षमाकल्याणजी —ति संग्रह भाग-१ एवं भाग-२ का विमोचन फीलखाना जैन मंदिर के अध्यक्ष चुन्नीलालजी संकलेचा, खरतरगच्छ संंघ हैदराबाद के अध्यक्ष बाबुलालजी संकलेचा द्वारा किया गया।
महोपाध्यायजी की पुण्यतिथि के उपलक्ष में खरतरगच्छ युवा परिषद्, हैदराबाद शाखा द्वारा फिलखाना स्थित जिनमन्दिर शुद्धिकरण व सभी मुर्तिओं का विलेपन दि. 25 दिसंबर को दोपहर बारह बजे किया गया।
इस पूनीत कार्य मेें ज्ञानवाटिका के विद्यार्थियोें ने सराहनीय सहयोग दिया। परिषद् द्वारा सभी का आभार व्यक्त किया गया।
प्रेषक-अशोक संकलेचा, कोषाध्यक्ष
केयूप- हैदराबाद शाखा
नंदुरबार
श्री अजितनाथ जैन श्वेतांबर मूर्तिपूजक संघ नंदुरबार के तत्वावधान में पूज्या गणिनी पद विभूषिता साध्वीवर्या श्री सूर्यप्रभाश्रीजी म. व साध्वीश्री पूर्णप्रभाश्रीजी म. आदि ठाणा की पावन निश्रा में श्री क्षमाकल्याणजी महाराज की गुणानुवाद सभा एवं क्षमाकल्याणजी कृति संग्रह के दोनों भागों का विमोचन किया गया।
विमोचन पुखराजजी श्रीश्रीमाल एवं भीमराजजी कवाड ने किया।
इस अवसर पर अनेक लोग उपस्थित रहे। पूज्या गणिनी पद विभूषिता साध्वीवर्या श्री सूर्यप्रभाश्रीजी म. व साध्वी श्री हर्षपूर्णाश्रीजी म. ने महोपाध्यायजी के जीवन चरित्र का वर्णन कर वासक्षेप का महत्व बतलाया।
सुरत
प.पू. खरतरगच्छाधिपति आचार्यश्री जिनमणिप्रभसूरीश्वरजी म.सा. की आज्ञा और प्रेरणा से महोपाध्याय प.पू. क्षमाकल्याणजी महाराज की 200 वीं पुण्यतिथि निमित्ते श्री मुनिसुव्रतस्वामी जैन मंदिर और श्री जिनदत्तसूरि जैन दादावाड़ी, हरिपुरा, सूरत का शुद्धिकरण दिनांक 1 जनवरी 2017, रविवार को श्री संघ के सदस्य एवं खरतरगच्छ युवा परिषद् सुरत के सदस्यों द्वारा किया गया। जिसमें दादावाडी ट्रस्ट व उपस्थित सभी कार्यकर्ताओं का हार्दिक आभार व्यक्त किया गया।
इस आयोजन लाभ श्री चंदनमलजी मिश्रीमलजी छाजेड़, केयुप-सुरत सचिव अल्पेश चंदनमलजी छाजेड़, गढ़सिवाना वालों ने लिया।
शुद्धिकरण के कार्यक्रम के बाद अल्पाहार रखा गया।
प्रेस विज्ञप्ति
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