इन्दौर
18 जनवरी। इन्दौर नगर की 250 से अधिक वर्ष प्राचीन सुप्रसिद्ध रामबाग
दादावाडी की प्रतिष्ठा दादावाडी संस्थान ट्रस्ट के तत्वावधान में पूज्य गुरुदेव
प्रज्ञापुरुष आचार्य प्रवर श्री जिनकान्तिसागरसूरीश्वरजी म.सा. के शिष्य पूज्य
गुरुदेव गच्छाधिपति आचार्य प्रवर श्री जिनमणिप्रभसूरीश्वरजी म.सा. पूज्य मुनि श्री
मुक्तिप्रभसागरजी म. पूज्य मुनि श्री मनीषप्रभसागरजी म. पूज्य मुनि श्री
मयंकप्रभसागरजी म. एवं पूजनीया महत्तरा श्री विनीताश्रीजी म. ठाणा 3, पूजनीया बहिन म. डॉ. विद्युत्प्रभाश्रीजी म.
आदि ठाणा 3, पूजनीया साध्वी श्री सुप्रज्ञाश्रीजी म. आदि
ठाणा 5, पूजनीया साध्वी श्री हर्षपूर्णाश्रीजी म. आदि
ठाणा 7, पूजनीया साध्वी श्री संघमित्राश्रीजी म. आदि
ठाणा 3 की पावन निश्रा में संपन्न हुई।
प्रतिष्ठा
महोत्सव हेतु पूज्य गुरु भगवंतों का ता. 13
जनवरी को मंगल प्रवेश संपन्न हुआ। समारोह का प्रारंभ ता. 15 जनवरी 2019 से
हुआ। ता. 17 जनवरी को प्रतिष्ठा व दीक्षा की भव्य
शोभायात्रा का आयोजन हुआ। ता. 18
जनवरी को शुभ मुहूर्त्त में खरतरबिरुद धारक आचार्य श्री जिनेश्वरसूरि एवं नवांगी
वृत्तिकार श्री अभयदेवसूरि की पट्टनुमा खडी प्रतिमाओं की तथा दादा जिनदत्तसूरि, दादा जिनकुशलसूरि, काला गोरा भैरव, भोमियाजी देव,
अंबिका देवी एवं श्रीयंत्र आदि बिम्बों की
प्रतिष्ठा संपन्न हुई। ध्वजदंड व कलश आरोपित किया गया। दादा जिनदत्तसूरि की
प्रतिमा की प्रतिष्ठा श्री मुकुन्दचंदजी अमरावकंवरजी मेहता परिवार ने लिया। दादा
जिनकुशलसूरि प्रतिष्ठा का लाभ श्री सज्जनलालजी सेठी स्व. श्रीमती पारसबाई सेठी
परिवार ने, आचार्य जिनेश्वरसूरि की पट्टनुमा प्रतिमा का
लाभ श्री पूनमचंदजी चमेलीबाई मालू श्री प्रकाशजी मालू परिवार ने, आचार्य अभयदेवसूरि का लाभ श्री मुकुन्दचंदजी
अमरावकंवरजी मेहता परिवार ने, भोमियाजी
देव का लाभ श्री राजेन्द्रजी सौ. मधुजी लोढा परिवार ने, मां अंबिकादेवी का लाभ श्री बन्नेचंदजी
रेवंतमलजी राजेन्द्रकुमारजी नाहर बैंगलोर परिवार ने, काला भैरव देव का लाभ श्री सुरेशकुमारजी दिनेशकुमारजी डोसी खजवाणा
नागोर परिवार ने, गोरा भैरव का लाभ श्री हेमन्तजी अनिलजी पुनीतजी
लसोड परिवार ने तथा श्रीयंत्र का लाभ बडवाह निवासी श्री राजेन्द्रकुमारजी
महेशकुमारजी पंकजजी डाकोलिया परिवार ने लिया।
इसी
पावन अवसर पर रामबाग स्थित श्री वासुपूज्य जिनमंदिर में नाकोडा भैरव की प्रतिष्ठा
भी संपन्न की गई जिसका संपूर्ण लाभ श्री मूलचंदजी श्रीमती मोहनबाई सिंघवी की
स्मृति में श्री प्रकाशजी कमलजी, सतीशजी, जयन्तीजी, कुशलजी
सिंघवी परिवार ने लिया।
प्रतिष्ठा
के समय का उल्लास अनूठा था। भक्तगणों की उपस्थिति बहुत बडी संख्या में थी।
प्रतिष्ठा विधान के पश्चात् बहुमान का कार्यक्रम रखा गया। लाभार्थी परिवारों का बहुमान
किया गया। पूज्य गुरुदेवश्री को कामली अर्पण की गई। इस दादावाडी के जीर्णाेद्धार
में श्री प्रकाशजी मालू, श्री हेमन्तजी लसोड व श्री अनिलजी मेहता का
पूर्ण योगदान रहा। उन्हीं के प्रबल पुरुषार्थ के परिणाम स्वरूप इतने अल्प समय में
ऐेतिहासिक, आकर्षक दादावाडी का निर्माण संभव हुआ।
ता. 19 जनवरी को द्वारोद्घाटन संपन्न हुआ। द्वारोद्घाटन का लाभ श्री प्रकाशजी मालू, श्री हेमन्तजी लसोड, श्री अनिलजी मेहता व श्री जयन्तीजी सिंघवी परिवार ने
लिया।
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