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Shri JINManiprabhSURIji ms. खरतरगच्छाधिपतिश्री जहाज मंदिर मांडवला में विराज रहे है।

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पूज्य गुरुदेव गच्छाधिपति आचार्य प्रवर श्री जिनमणिप्रभसूरीश्वरजी म.सा. एवं पूज्य आचार्य श्री जिनमनोज्ञसूरीजी महाराज आदि ठाणा जहाज मंदिर मांडवला में विराज रहे है। आराधना साधना एवं स्वाध्याय सुंदर रूप से गतिमान है। दोपहर में तत्त्वार्थसूत्र की वाचना चल रही है। जिसका फेसबुक पर लाइव प्रसारण एवं यूट्यूब (जहाज मंदिर चेनल) पे वीडियो दी जा रही है । प्रेषक मुकेश प्रजापत फोन- 9825105823

Moun Egyaras, Moun Ekadashi Vidhi, मौन ग्यारस की विधि।

तारीख़ 21/12/2015 मार्गशीर्ष सुदी ११  मौन इग्यारस मौन इग्यारस  के दिन ➡श्री अरनाथ दीक्षा कल्याणक ➡श्री मल्लिनाथ =जन्म-दीक्षा-केवलज्ञान ➡श्री नमिनाथ केवलज्ञान हुआ था। 👉5 कल्या...

Palitana Sammelan 2016 imp information. पालीताना में खरतरगच्छ का साधू साध्वी श्रावक श्राविका सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है। यह सम्मेलन ता. 1 मार्च 2016 से 12 मार्च 2016 तक होगा। इसमें त्रिदिवसीय खरतरगच्छ श्रावक श्राविका सम्मेलन का आयोजन किया गया है। जिसमें कुल मिलाकर 7 सत्र होंगे।

सम्मेलन के संबंध में सूचना पूज्य गुरुदेव खरतरगच्छाधिपति श्री मणिप्रभसागरजी म.सा. के आदेशानुसार पालीताना में खरतरगच्छ का साधू साध्वी श्रावक श्राविका सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है। यह सम्मेलन ता. 1 मार्च 2016 से 12 मार्च 2016 तक होगा। इसमें त्रिदिवसीय खरतरगच्छ श्रावक श्राविका सम्मेलन का आयोजन किया गया है। जिसमें कुल मिलाकर 7 सत्र होंगे। श्रावक उद्बोधन सत्र में अपने विचारों की अभिव्यक्ति के लिये सकल श्री संघ को सादर आमंत्रण है। निर्णय किया गया है कि जिसे भी अपने विचार सम्मेलन में प्रस्तुत करने हों, उनका नाम स्थानीय संघ द्वारा प्रस्तावित होना अनिवार्य है। आयोजन समिति के पास श्री संघ के लेटर पेड पर अधिकृत पदाधिकारी के हस्ताक्षर युक्त लिखित पत्र प्राप्त होने पर वक्तव्य हेतु उनका नाम वक्ताओं की सूची में अंकित किया जायेगा। इस पत्र के आने के साथ वक्ता द्वारा दिये जाने वाले वक्तव्य का सार स्वरूप भी लिखित में आना अनिवार्य होगा। सकल खरतरगच्छ संघों से निवेदन है कि वे अवश्य ही अपनी ओर से विचार व्यक्त करने हेतु वक्ता का नाम प्रस्तावित करें। सकल श्री संघ से निवेदन है कि आप सभी सम्मेलन में अवश्...

Bikaner बीकानेर में पूज्य गुरुदेव मुनि श्री मनोज्ञसागरजी म. आदि की निश्रा में उपधान तप संपन्न

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बीकानेर नगर में पूज्य गुरुदेव आचार्य श्री जिनकान्तिसागरसूरीश्वरजी म.सा. के शिष्य पूज्य गुरुदेव मुनि श्री मनोज्ञसागरजी म. पूज्य नयज्ञसागरजी म. आदि की निश्रा में महामंगलकारी उपधान तप की भव्य आराधना चल रही है। ता. 3 दिसम्बर को माल महोत्सव का भव्य वरघोडा आयोजित किया गया। ता. 4 दिसम्बर को मोक्ष माला का विधान संपन्न हुआ। इस अवसर पर पूज्य मुनिश्री ने मोक्ष माला का माहात्म्य समझाया। माला महोत्सव में पूरा बीकानेर जैसे उमड पडा था।

Solapur सोलापुर में पूजनीया मारवाड ज्योति श्री सूर्यप्रभाश्रीजी म.सा. के 50 वर्षीय संयम जीवन की पूर्णाहुति के उपलक्ष्य में स्वर्ण महोत्सव

पूज्य गुरुदेव खरतरगच्छाधिपति श्री मणिप्रभसागरजी म.सा. के आज्ञानुयायी पूजनीया शतायुसंपन्ना समुदायाध्यक्षा महत्तरा श्री चंपाश्रीजी म.सा. की शिष्या पूजनीया मारवाड ज्योति श्री सूर्यप्रभाश्रीजी म.सा. के 50 वर्षीय संयम जीवन की पूर्णाहुति के उपलक्ष्य में त्रि दिवसीय प्रभु भक्ति महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव पूजनीया पाश्र्व मणि तीर्थ प्रेरिका श्री सुलोचनाश्रीजी म. आदि ठाणा, पू. श्री सूर्यप्रभाश्रीजी म.सा. पूर्णप्रभाश्रीजी म.सा. आदि ठाणा की पावन निश्रा में संपन्न होगा। इस महोत्सव का शुभारंभ 18 दिसम्बर को पाश्र्वनाथ पंच कल्याणक पूजा से होगा। ता. 19 को जयतिहुअण महापूजन पढाया जायेगा। तथा ता. 20 को मुख्य कार्यक्रम गुणानुवाद सभा के साथ चारित्र वंदनावली का कार्यक्रम होगा। चारित्र वंदनावली कराने के लिये चेन्नई से शासन रत्न श्री मोहनजी मनोजजी गुलेच्छा पधारेंगे। दोपहर में दादा गुरुदेव की पूजा पढाई जायेगी।

Mahasamund महासमुन्द में आचार्य श्री जिनकान्तिसागरसूरीश्वरजी म.सा. की 30वीं पुण्यतिथि पुण्यतिथि मनाई गई

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Jinkantisagarsuri परम पूज्य गुरुदेव प्रज्ञापुरूष आचार्य भगवंत श्री जिनकान्तिसागरसूरीश्वरजी म.सा. की 30वीं पुण्यतिथि का आयोजन छत्तीसगढ के महासमुन्द नगर में पूज्य गुरुदेवश्री के शिष्य रत्न पूज्य खरतरगच्छाधिपति श्री मणिप्रभसागरजी म.सा. पूज्य मुनि श्री श्रेयांसप्रभसागरजी म. की निश्रा में मिगसर वदि 7 ता. 2 दिसम्बर 2016 को मनाई गई। मंदिर दादावाडी के दर्शन उपरान्त गुणानुवाद सभा प्रारंभ हुई। गुणानुवाद सभा में पू. साध्वी श्री मोक्षरत्नाश्रीजी म., पूर्व अध्यक्ष श्री भीखमचंदजी मालू, विधायक श्री विमलजी चौपडा ने पूज्यश्री के व्यक्तित्व व कृतित्व की चर्चा करते हुए संस्मरण सुनाये। इस अवसर पर प्रसिद्ध संगीतकार श्री देवराजजी लूणिया, सौ. श्रीमती प्रियंकादेवी चौपडा ने गीत के माध्यम से अपनी श्रद्धांजली अर्पित की।

Palitana Hari Vihar पालीताना - हरिविहार में ध्वजारोहण संपन्न

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विश्व विख्यात श्री पालीताणा तीर्थ स्थित श्री जिन हरि विहार धर्मशाला के श्री आदिनाथ परमात्मा से सुशोभित मयूर मंदिर का 13वां वार्षिक ध्वजारोहण का कार्यक्रम दि. 24 नवंबर 2015 को आनन्द व उल्लास के साथ संपन्न हुआ।  कायमी ध्वजा के लाभार्थी श्रीमती पुष्पाजी अशोकजी जैन परिवार द्वारा जिन मंदिर पर ध्वजा चढाई गई। प्रात: अठारह अभिषेक का आयोजन किया गया। सतरह भेदी पूजा पढाई गई।  यह समारोह पूज्य मुनिवर श्री मयंकप्रभसागरजी म., पू. मुनि श्री मेहुलप्रभसागरजी म., पू. मुनि श्री मौनप्रभसागरजी म., पू. मुनि श्री मोक्षप्रभसागरजी म., पू. मुनि श्री मननप्रभसागरजी म., पू. मुनि श्री कल्पज्ञसागरजी म. आदि ठाणा एवं पूजनीया खान्देश शिरोमणि श्री दिव्यप्रभाश्रीजी म.सा. प्रियदर्शनाश्रीजी म. आदि साध्वी मंडल की पावन निश्रा में संपन्न हुआ। 

Watch "Achary Jinkantisagar suriji ms Agni Sanskar" on YouTube - https://youtu.be/mPIzotnahw4

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Mayur Temple Palitana... श्री जिन हरि विहार स्थित श्री आदिनाथ जैन मयूर मंदिर की वार्षिक ध्वजा का भव्य आयोजन

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Mayur Temple Palitana पालीताणा ,  आज   श्री   जिन   हरि   विहार    स्थित   श्री   आदिनाथ   जैन   मयूर   मंदिर   की   वार्षिक   ध्वजा   का   भव्य   आयोजन   संपन्न  होगा  । यह आयोजन मुनिवर मयंकप्रभसागरजी म. आदि ठाणा के निर्देशन में होगा।   इस   अवसर   पर   सतरह   भेदी   पूजा   व   अठारह   अभिषेक   का   आयोजन   किया   गया है। परमात्मा के चरणों में विनम्र वन्दनाए...

प्रतिकमण किसे कहते हैं ?

प्रश्न 1: प्रतिकमण किसे कहते हैं ? उत्तर 1: हम अपनी मर्यादाओं का अतिक्रमण करके अपनी स्वभाव दशा में से निकलकर विभाव दशा में चले गए थे तो पुनः स्वभाव रूप सीमाओं में प्रत्यागमन करना प्रतिकमण है। जो पापकर्म मन, वचन, और काया से स्वयं किये जाते हैं, दूसरों से करवाएं जाते हैं और दूसरों के द्वारा किये हुए पापों का अनुमोदन किया जाता है, उन सभी पापों की निवृति हेतु कृत पापों की आलोचना करना, निंदा करना प्रतिकमण कहलाता है। प्रश्न 2: प्रतिकमण का शाब्दिक अर्थ क्या है ? उत्तर 2: प्रतिकमण का शाब्दिक अर्थ है - पापों से पीछे हटना।

Gautam Swami Aaradhna

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Roop 14

🔹 आज रूप चौदस है।       वीर प्रभु का अंतिम दर्शन हुआ था आज । 🔸 सचमुच देखने योग्य, जिनमुद्रा ही है । 🔹 जिन रूप अर्थात सुखी जीव का रूप । 🔸 जिन दर्शन अर्थात् आत्म दर्शन । 🔹 अंतिम द...

Deepavali SHARDA or LAKSHMI Pujan Vidhi

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  Deepavali SHARDA or LAKSHMI Pujan Vidhi

Deepawali Pujan

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Phalodi Raj. फलोदी में दादा गुरुदेव का महापूजन आयोजित

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Phalodi Dada gurudev                   फलोदी मारवाड़ में परम पूज्य गुरूदेव गणाधीश उपाध्याय प्रवर श्री मणिप्रभसागरजी म.सा. के आज्ञानुवर्ति पू. मुनिराज श्री मुक्तिप्रभसागरजी म.सा. पू. मुनिराज श्री मनीषप्रभसागरजी म.सा. की शुभ निश्रा में विभिन्न आराधनाओं के साथ चातुर्मास सानंद गतिमान है। अनेक धार्मिक अनुष्ठानों के अन्तर्गत दिनांक 30-10-2015 शुक्रवार को फलोदी नगर के जैन धर्मशाला भवन में श्री दादा गुरूदेव महापूजन का आयोजन किया गया। जिसमें श्रावक-श्राविकाओं एवं बच्चों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया।                   प्रवचनकार मुनिराज श्री मनीषप्रभसागरजी म. ने पूजन के महात्म्य पर प्रकाश डालते हुये परमात्मा महावीर, नाकोड़ा, कापरडा, लौद्रवा, पाटन आदि तीर्थो के इतिहास पर विस्तार से जानकारी दी। साथ ही दादा गुरूदेवों के उपकारों को याद कर उनके प्रति कृतज्ञता प्रगट करते हुए श्रद्धा-समर्पण के भावों से भाव-कुसुम चढ़ाते हुए प्रार्थना की।                    यह विशिष्ट महाप...

Phalodi फलोदी नगर में परम पूज्य गुरुदेव गणाधीश उपाध्याय श्री मणिप्रभसागरजी म.सा. के निश्रावर्ती पूज्य मुनिराज श्री मुक्तिप्रभसागरजी म. व फलोदी के नंदन प्रवचनकार मुनिराज श्री मनीषप्रभसागरजी म. का फलोदी का चातुर्मास धूम धाम से चल रहा है।

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phalodi manishprabh ms कन्हैयालालजी भंसाली  फलोदी में चातुर्मास में आराधना का ठाठ @  चातुर्मास में विभिन्न प्रकार के आयोजन हुए व चल रहे है। पूज्य मुनिराज श्री मनीषप्रभसागरजी म. के सांसारिक पिताजी कन्हैयालालजी भंसाली के जीव राशी क्षमापना के उपलक्ष में दो दिवसीय कार्यक्रम सानंद सम्पन्न हुआ। दि. 25-9-2015 को सुबह त्रिपोलिया बाजार स्थित उनके निवास स्थान पर स्नात्र पुजा, पद्म पुष्प महिला मण्डल द्वारा पढ़ाई गई। रात्री में वैरागी जम्बुस्वामी के जीवन पर आधारित नाटिका का मंचीय कार्यक्रम हुआ। स्थानीय बालक-बालिकाओं की भाव-सभर प्रस्तुति को देखने पुरा गांव जैसे उमड़ पडा था। सभी ने नाटिका की मुक्त कंठ से प्रशंसा की और साथ ही बच्चों का उत्साहवर्धन किया।  वर्षों के बाद गांव में भव्य चातुर्मास से श्रावक-श्राविका वर्ग सहित अन्य धर्मावलंबियों में भी उत्साह का वातावरण बना हुआ है।

Palitana Gujarat शाश्वत तीर्थाधिराज पालीताना स्थित श्री जिन हरि विहार धर्मशाला में पर्युषण महापर्व की आराधना आनंद मंगल व हर्षोल्लास के साथ संपन्न हुई।

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 परम पूज्य गुरुदेव गणाधीश उपाध्याय श्री मणिप्रभसागरजी म.सा. के शिष्य पूज्य मुनिराज श्री मयंकप्रभसागरजी म.सा., पूज्य मुनि श्री मेहुलप्रभसागरजी म., पूज्य मुनि श्री मौनप्रभसागरजी म., पूज्य मुनि श्री मोक्षप्रभसागरजी म., पूज्य मुनि श्री मननप्रभसागरजी म. एवं पूज्य गुरुदेव मुनिराज श्री मनोज्ञसागरजी म.सा. के शिष्य पूज्य मुनि श्री कल्पज्ञसागरजी म. की निश्रा में चातुर्मास की आराधना के अंतर्गत नित्य प्रवचन व दोपहर में स्वाध्याय का कालांश चला। जिसमें चातुर्मासिक आराधना करने हेतु पधारे सभी आराधकों ने एवं विभिन्न धर्मशालाओं में रुके श्रावक-श्राविकाओं ने पूरा भाग लिया। हरि विहार में पर्युषण पर्वाराधना का अनोखा ठाठ रहा। प्रतिदिन प्रात: 9:30 बजे प्रवचन का आयोजन हुआ। पूज्य मुनिराज श्री मयंकप्रभसागरजी म. के श्रीमुख से प्रारंभ सुधर्म सभा में मुनि मेहुलप्रभसागरजी म. व मुनि कल्पज्ञसागरजी म. के प्रवचन के प’चात् संघ पूजन और साधर्मिक वात्सल्य का भी आयोजन रहा। ता. 12.09.2015 को दादा गुरूदेव मणिधारी जिनचन्द्रसूरिजी म.सा. की स्वर्गारोहण तिथि पर गुणानुवाद और दोपहर में मयुर मंदिर में दादागुरूदेव की प...

Raipur छत्तीसगढ की राजधानी रायपुर नगर में पर्युषण पर्व आराधना अत्यन्त आनंद व उल्लास के साथ संपन्न हुई।

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पूज्य गुरुदेव के प्रभावशाली धाराप्रवाह प्रवचनों को श्रवण करने के लिये जनता उमड पडी। संवत्सरी का प्रतिक्रमण पूज्यश्री ने अपने अनूठे अंदाज में अर्थ की विशिष्ट विवेचना के साथ कराया। बडे बुजुर्गों का कहना रहा कि ऐसा प्रतिक्रमण हमने अपने जीवन में प्रथम बार किया है। पूज्य गुरुदेव खरतरगच्छाधिपति श्री मणिप्रभसागरजी म.सा. आदि ठाणा 6 एवं पूजनीया माताजी म. श्री रतनमालाश्रीजी मपू. बहिन म. डा. श्री विद्युत्प्रभाश्रीजी म. आदि ठाणा 6 की पावन निश्रा में छत्तीसगढ की राजधानी रायपुर नगर में पर्युषण पर्व आराधना अत्यन्त आनंद व उल्लास के साथ संपन्न हुई। तपस्या का रायपुर नगर में पहली बार ऐसा ठाट लगा। लगभग 12 से अधिक मासक्षमण की तपस्या हुई। 45 सिद्धितप के साथ लगभग 150 से अधिक अट्ठाईयों का ठाट लगा। 600 से अधिक अक्षय निधि व समवशरण तप हुए। 200 लगभग वीस विहरमान की तपस्या से जुडे।

Raipur मुनि श्री समयप्रभसागरजी म. के मासक्षमण की तपस्या सानन्द संपन्न

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पूज्य गुरुदेव गणाधीश उपाध्याय श्री मणिप्रभसागरजी म.सा. के शिष्य पूज्य तपस्वी मुनिराज श्री समयप्रभसागरजी म. के महामृत्युंजय तप-मासक्षमण की महान् तपस्या सुख शाता के साथ संपन्न हुई। मासक्षमण तप का प्रारंभ श्रावण शुक्ल पंचमी से किया था जो संवत्सरी महापर्व भाद्रपद शुक्ल चतुर्थी को पूर्ण हुआ।  इस दौरान प्रतिलेखन, प्रतिक्रमण आदि समस्त क्रियाओं में संपूर्ण रूप से जागरूक रहे।  

PALITANA PARYUSHAN FESTIVAL 2015

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PALITANA PARYUSHAN FESTIVAL 2015 

4th Dada Gurudev Achary Jinchandrasuri... चौथे दादा गुरुदेव अकबर प्रतिबोधक श्री जिन चंद्रसूरिजी म. की जयंती पर विशेष आलेख

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BILADA DADAWADI चौथे दादा गुरुदेव अकबर प्रतिबोधक श्री जिन चंद्रसूरिजी म. की जयंती पर विशेष आलेख जन-जन के ह्रदय में बसी हुई अहिंसा, करुणा और मैत्रीभाव को मानव ही नहीं पशु-पक्षीयो तक साकार रूप देने वाले, शिथीलाचार से व्यथित होकर शास्त्रविहित साध्वाचार परंपरा को क्रियोद्धार के द्वारा विकसित करने वाले, सम्राट अकबर को प्रतिबोध देकर धार्मिक दिवसों में सर्वत्र हिंसा निषेध के आदेश प्राप्त करने वाले गच्छनायक युगप्रधान श्री जिनचंद्रसुरीजी म. जैन धर्म के आकाश में भानु के समान हुए है। दादा गुरुदेवो में ये चौथे दादागुरु है।