नमो अरिहंताणं ।।
हे अरिहंत प्रभु !
आप परम योग्य हैं, आपकी योग्यता को नमस्कार हो। आपकी प्रेरणा से मेरे भीतर की योग्यताएँ प्रकट हो रही हैं इसलिए आपका आभार-आभार-आभार !
नमो सिद्धाणं
हे सिद्ध प्रभु !
आप सर्वथा शुद्ध हो । मंज़िल को प्राप्त हो चुके हो। आपकी शुद्ध बुद्ध मुक्त अवस्था को मेरा नमस्कार हो । आपकी प्रेरणा से मैं भी अपनी मंज़िल को प्राप्त हो रहा हूँ इसलिए आपका आभार-आभार-आभार ! धन्यवाद !!
नमो आयरियाणं
हे आचार्य देव !
आपकी सम्यक् शैली, दृढ़ संकल्प शक्ति व कुशल प्रशासनिक क्षमता को नमस्कार हो। आपकी प्रेरणा से मेरे भीतर सुप्त सम्यक् आचार शैली प्रकट हो रही है इसलिए आपका आभार-आभार-आभार ! धन्यवाद !!
नमो उवज्झायाणं
हे उपाध्याय भगवंत !
आपकी अनेकांत प्रज्ञा व निष्पक्ष व्याख्या शैली को नमस्कार हो। आपकी कृपा से मेरे भीतर भी सम्यक् प्रज्ञा, सही निर्णय क्षमता प्रकट हो रही है इसलिए आपका आभार-आभार-आभार ! धन्यवाद !!
नमो लोए सव्व साहूणं
लोक के समस्त साधु सरल आत्माओं को मेरा सतत् नमन हो। आपकी कृपा से मुझमें भी सरलता व निर्दोषिता प्रकट हो रही है इसलिए आपका आभार-आभार-आभार !धन्यवाद !!
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