पूज्य गुरुदेव गच्छाधिपति आचार्यश्री
जिनमणिप्रभसूरीश्वरजी महाराज की पावन निश्रा में सिणधरी नगर से श्री नाकोडा तीर्थ का
छह री पालित पैदल यात्रा संघ का आयोजन होगा।
सिणधरी निवासी श्री भीकचंदजी
धनराजजी देसाई परिवार के द्वारा होने वाला यह अनूठा अनुष्ठान ता. 23 दिसम्बर से प्रारंभ
होगा। कालुडी, टापरा, असाडा,
जसोल होता हुआ यह संघ ता. 28 को नाकोडाजी तीर्थ पर प्रवेश करेगा। ता.
29 को संघपति माला का महाविधान संपन्न होगा।
श्री देसाई परिवार 350 श्रद्धालुओं
का संघ लेकर विक्रमपुर की प्रतिष्ठा के ऐतिहासिक अवसर पर पधारे। ता. 15 को प्रतिष्ठा
के पावन अवसर पूज्यश्री के समक्ष विनंती प्रस्तुत की।
उनकी विनंती को स्वीकार करते
हुए पूज्यश्री ने फरमाया- श्री देसाई परिवार की सन् 2013 से विनंती चल रही है, पर हमारा विहार अन्य क्षेत्रों में होने के कारण योग
नहीं बन पाया।
पूज्यश्री ने ज्योंहि शुभ मुहूत्र्त
प्रदान किया, पूरा संघ झूम उठा। नृत्य करते
हुए अपने आनंद को अभिव्यक्त किया। पूज्यश्री ने फरमाया- विक्रमपुर तीर्थ अब आपसे जुड
गया है। इस तीर्थ की प्रतिष्ठा में आपके संघ का खूब योगदान रहा है। उन्होंने कहा- विक्रमपुर
तीर्थ की ऐतिहासिक प्रतिष्ठा में श्री भीकचंदजी धनराजजी देसाई का अनूठा योगदान है।
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