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Shri JINManiprabhSURIji ms. खरतरगच्छाधिपतिश्री जहाज मंदिर मांडवला में विराज रहे है।

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पूज्य गुरुदेव गच्छाधिपति आचार्य प्रवर श्री जिनमणिप्रभसूरीश्वरजी म.सा. एवं पूज्य आचार्य श्री जिनमनोज्ञसूरीजी महाराज आदि ठाणा जहाज मंदिर मांडवला में विराज रहे है। आराधना साधना एवं स्वाध्याय सुंदर रूप से गतिमान है। दोपहर में तत्त्वार्थसूत्र की वाचना चल रही है। जिसका फेसबुक पर लाइव प्रसारण एवं यूट्यूब (जहाज मंदिर चेनल) पे वीडियो दी जा रही है । प्रेषक मुकेश प्रजापत फोन- 9825105823

मुमुक्षु कुमारी अंशु देशलहरा की दीक्षा ता. 18 फरवरी को

इन्दौर 17 नवंबर। नारायणपुर निवासी कुमारी अंशु देशलहरा की भागवती दीक्षा उज्जैन नगर में प्रतिष्ठा के पावन अवसर पर ता. 18 फरवरी 2019 को संपन्न होगी।
पिता श्री युधिष्ठिरजी, माता सौ. श्रीमती कल्पनादेवी की सुपुत्री 23 वर्षीया कुमारी अंशु देशलहरा ने पूजनीया प्रवर्तिनी श्री प्रमोदश्रीजी म.सा. की शिष्या पूजनीया माताजी म. श्री रतनमालाश्रीजी म. एवं पू. बहिन म. डॉ. श्री विद्युत्प्रभाश्रीजी म. की शिष्या बनेगी।
देशलहरा परिवार ता. 17 नवम्बर को इन्दौर नगर में पूज्य गुरुदेव गच्छाधिपति आचार्य प्रवर श्री जिनमणिप्रभसूरीश्वरजी म.सा. की सेवा में उपस्थित हुआ। सकल श्री संघ के समक्ष उन्होंने कुमारी अंशु की भागवती दीक्षा का शुभ मुहूर्त्त प्रदान करने की विनंती की। जिसे स्वीकार कर पूज्य गच्छाधिपतिश्री ने 18 फरवरी 2019 का शुभ मुहूर्त्त प्रदान किया।
इस अवसर पर पूज्यश्री ने चारित्र की महिमा समझाई। उन्होंने कहा- कुमारी अंशु पिछले तीन वर्षों में बहिन म. डॉ. श्री विद्युत्प्रभाश्रीजी म.सा. की सन्निधि में चारित्र-शिक्षा ग्रहण कर रही है। इसका शांत स्वभाव अनुमोदनीय है। विपरीत परिस्थितियों में भी इसने अपने मन को समाधि भाव में स्थित रखा।
कुमारी अंशु ने अपने भाव प्रस्तुत करते हुए कहा- मेरा स्वास्थ्य खराब था। पूज्याश्री के सानिध्य को पाकर मैं स्वस्थ हो गई। उसने अपने बचपन के संस्मरण सुनाये। दादा-दादी, माता-पिता आदि अपने पूरे परिवार का उपकार माना कि उन्होंने अपने मोह का त्याग कर संयम की अनुमति प्रदान की।
मुहूर्त्त की घोषणा होते ही सकल श्री संघ में आनंद की लहर व्याप्त हो गई।

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