इन्दौर
28 अक्टुंबर। मुमुक्षु शुभम लुंकड के दीक्षा
मुहूर्त्त की उद्घोषणा के पश्चात् अनेक स्थानों पर अभिनंदन एवं चारित्र के भावों
की अनुमोदना हो रही है। नंदुरबार, शहादा, भुज, अंजार, मुंबई, बालोतरा, बीकानेर, नागौर, बाडमेर, हालोल
इत्यादि स्थानों पर वर्षीदान शोभायात्रा एवं अभिनंदन समारोह आयोजित किये गए।
स्थानीय श्रीसंघ एवं केयुप शाखा एवं केएमपी शाखाओं के साथ स्थानीय मंडल अभिनंदन
समारोह को यादगार बनाने के लिए अनुमोदनीय पुरुषार्थ कर रहे है।
बाडमेर
19 नवंबर। बाड़मेर शहर में आज एक साथ पांच मुमुक्षु
जिनमें शुभम लुंकड, सुमित मेहता, अंशु देशलहरा,
स्वीटी खजांची व सुरभि खजांची का भव्य वरघोड़ा
सुखसागर नगर से परम पूज्य मुनिराज श्री मनितप्रभसागरजी म.सा. आदि ठाणा 4 की पावन निश्रा में सैकड़ों श्रावक-श्राविकाओं
की उपस्थिति में प्रस्थित हुआ जो शहर के विभिन्न मार्गों से होता हुआ
कुशल-कांति-मणि प्रवचन वाटिका पहुंचा। जहाँ धर्म सभा का आयोजन हुआ।
भव्य
वरघोडे़ में आचार्य श्री कवीन्द्रसागरसूरिजी म.सा. व साध्वी सुरंजनाश्रीजी म. का
भी सानिध्य प्राप्त हुआ। रथ में विराजित दीक्षार्थी हाथ जोड़कर सभी का अभिवादन
स्वीकार कर रहे थे। शहर में हर जगह उनका अभिनंदन व स्वागत हेतु सैकड़ांे
श्रावक-श्राविकाएँ चावल व पुष्पों से बधा रहे थे।
अभिनंदन
समारोह में सर्वप्रथम सामुहिक गुरु वंदन से प्रारम्भ हुआ। उसके बाद मुनि श्री
मनितप्रभसागरजी म.सा. द्वारा मंगलाचरण किया गया। सभी मुमुक्षुओं का चातुर्मास
समिति द्वारा तिलक, माला, साफा, चुण्दड़ी, अभिनंदन
पत्र भेंट कर अभिनंदन किया गया। उपस्थित सैकड़ों श्रावक-श्राविकाओं द्वारा ‘‘दीक्षार्थी - अमर रहें, दीक्षार्थी नो जय-जय कार, दीक्षा लेने वालों को धन्यवाद-धन्यवाद‘‘ आदि जयकारों से पांडाल को गुंजायमान कर दीक्षार्थियों
का अभिनंदन किया।
पूज्य
विपुल साहित्य सर्जक मुनि श्री मनितप्रभसागरजी म. ने विशाल जनसमूह को संबोधित करते
हुए कहा- संयम जीवन का सुख अप्रतिम है। जिस सुख का अनुभव एक संसारी जीव करोड़ों
रूपये कमाकर, अनेकों प्रयत्न करके भी नहीं कर पाता उससे कई
गुणा सुख का अनुभव संयमी जीव संयम के भावों में रमण करते हुए करता है। साध्वी
सिद्धांजनाश्रीजी ने भी अपने विचार व्यक्त किये।
सभी
मुमुक्षुओं ने संयम जीवन के भावों को प्रकट करते हुए अपने अनुभव एवं विचार व्यक्त
किये। कार्यक्रम में मुमुक्षु रजत सेठिया व अमित बाफना का भी बहुमान किया गया।
कार्यक्रम के अंत में दीक्षार्थियों ने वर्षीदान किया। कार्यक्रम का संचालन
चार्तुमास समिति के महामंत्री केवलचंद छाजेड़ ने किया।
अक्कलकुवा
3 नवंबर। अक्कलकुवा नगर में मुमुक्षु शुभमजी
लुंकड़ जिनकी दीक्षा 18 फरवरी 2019 को
उज्जैन में होने वाली है और साथ आये श्री अमितजी जिनकी दीक्षा की तारीख जल्द ही
मिलने वाली है, का अक्कलकुवा श्रीसंघ द्वारा अभिनदंन समारोह का
कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसमें मुमुक्षु भाई के अनुमोदना निमित्त राकेश बोहरा, शुभम भंसाली, सौ. अनिता गुलेच्छा ने अभिनंदन के भाव रखे। साथ ही श्री वासुपूज्य
महिला मंडल, अखिल भारतीय खरतरगच्छ महिला परिषद द्वारा गीत
प्रस्तुत करते हुए श्री संघ के द्वारा मुमुक्षु भाई का अभिनदंन किया गया।
शहादा
30 अक्टुंबर। शहादा नगर में चातुर्मासार्थ
विराजित प.पू. खरतरगच्छाधिपति आचार्य श्री जिनमणिप्रभसूरीश्वरजी म.सा. की
आज्ञानुवर्तीनी चंपाकली गच्छगणिनी मारवाड़ ज्योती सूर्यप्रभाश्रीजी म.सा. तथा
स्नेहसुरभि पूर्णप्रभाश्रीजी म. की निश्रावर्ती साध्वी हर्षपूर्णाश्रीजी म. आदी
ठाणा 5 के पावन सानिध्य में प्रभु महावीर स्वामी की
अंतिम देशना उत्तराध्ययन सूत्र का विवेचन प्रवचन हॉल में हुआ।
इसी
बीच मुमुक्षु भाई शुभम लुंकड जोधपुर निवासी का प्रथम वर्षीदान वरघोडा शहादा
श्रीसंघ को मिला। दिनांक 30 अक्टुंबर को भाई शुभम का प्रथम वर्षीदान
वरघोडा शहादा के श्री कुंथुनाथ जिनालय से आरंभ होकर मुख्य गलियों से श्री
सुघोषाघंट मंदिर एवं दादावाडी में पूर्ण हुआ।
वरघोडे पश्चात् भाई शुभम का अभिनंदन समारोह दादावाडी
के प्रवचन मंडप में हुआ। साध्वीवर्या ने संयमी जीवन की महत्ता को विवेचन में
समझाया। पश्चात् मुमुक्षु शुभम ने संसार की असारता को बताते हुए स्वानुभव बताएं।
शहादा श्रीसंघ तथा खरतरगच्छ युवा परिषद शहादा शाखा द्वारा भाई शुभम का अभिनंदन
समारोह सम्पन्न हुआ। संध्या में सांझी कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें शुभम
के जीवन का संपूर्ण विवरण नाटिका द्वारा हुआ।
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