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Showing posts from December, 2017

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Shri JINManiprabhSURIji ms. खरतरगच्छाधिपतिश्री जहाज मंदिर मांडवला में विराज रहे है।

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पूज्य गुरुदेव गच्छाधिपति आचार्य प्रवर श्री जिनमणिप्रभसूरीश्वरजी म.सा. एवं पूज्य आचार्य श्री जिनमनोज्ञसूरीजी महाराज आदि ठाणा जहाज मंदिर मांडवला में विराज रहे है। आराधना साधना एवं स्वाध्याय सुंदर रूप से गतिमान है। दोपहर में तत्त्वार्थसूत्र की वाचना चल रही है। जिसका फेसबुक पर लाइव प्रसारण एवं यूट्यूब (जहाज मंदिर चेनल) पे वीडियो दी जा रही है । प्रेषक मुकेश प्रजापत फोन- 9825105823

बिजयनगर में चढावे संपन्न

अजमेर जिले में स्थित बिजयनगर में नवनिर्मित श्री नाकोडा पाश्र्वनाथ जिन मंदिर की अंजनशलाका प्रतिष्ठा के संबंध में प्रतिमाजी भराने , राजदरबार व नौकारसियों पूजाओं आदि के चढावे हेतु ता. 26 नवम्बर 2017 को जाजम का शुभ मुहूत्र्त किया गया। यह जाजम मुहूत्र्त पूजनीया प्रवर्तिनी आगम ज्योति श्री प्रमोदश्रीजी म. सा. की शिष्या पूजनीया माताजी म. श्री रतनमालाश्रीजी म.सा. पूजनीया बहिन म. डा. श्री विद्युत्प्रभाश्रीजी म.सा. पू. साध्वी डा. श्री नीलांजनाश्रीजी म. आदि ठाणा में किया गया। पूज्याश्री का प्रवेश 26 को करवाया गया। पूज्याश्री के मंगल प्रवचन वासक्षेप के पश्चात् जाजम के चढावे प्रारंभ हुए। कल्पनातीत चढावों के वातावरण ने पूरे क्षेत्र में प्रभु भक्ति का अनूठा माहौल व्याप्त हो गया। पू. साध्वी श्री नीलांजनाश्रीजी म. उदयपुर से विहार कर चार पांच दिन पहले बिजयनगर पधार गये थे। इस मंदिर का निर्माण पूजनीया बहिन म. डा. श्री विद्युत्प्रभाश्रीजी म.सा. की शिष्या पूजनीया साध्वी डा. श्री नीलांजनाश्रीजी म. की प्रेरणा से श्री नाकोडा पूर्णिमा मंडल बिजयनगर की ओर से करवाया जा रहा है। इस मंदिर की अंजनशलाका प्रतिष्ठा

UDAIRAMSAR उदयरामसर में प्रतिष्ठा संपन्न

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बीकानेर से 13 कि.मी. पर स्थित उदयरामसर में अतिप्राचीन चमत्कारी दादावाडी है। इस दादावाडी का निर्माण बाफना परिवार जैसलमेर वालों द्वारा कराया गया था। इस विशाल दादावाडी में श्री चिंतामणि जैन मंदिर प्रन्यास द्वारा पूज्य गुरुदेव गच्छाधिपति आचार्यश्री जिनमणिप्रभसूरीश्वरजी म.सा. की प्रेरणा से जिन मंदिर बनाने का निर्णय लिया गया। इस जिन मंदिर का संपूर्ण लाभ श्री भीखमचंदजी पूनमचंदजी प्रेमचंदजी श्रीपालजी नाहटा परिवार द्वारा लिया गया। मंदिर का शिलान्यास ता. 6 नवम्बर 2017 को किया गया। ता. 3 दिसम्बर 2017 को इसकी प्रतिष्ठा पूज्य आचार्यश्री की पावन निश्रा में संपन्न हुई। संपूर्ण प्रतिष्ठा का लाभ जिन मंदिर के लाभार्थी परिवार श्री भीखमचंदजी पूनमचंदजी प्रेमचंदजी श्रीपालजी नाहटा परिवार ने लिया। अत्यन्त आनंद व उल्लास के साथ अपार भीड के मध्य परमात्मा वासुपूज्य भगवान , गौतमस्वामी एवं श्री नाकोडा भैरव की प्रतिमा संपन्न हुई। इस अवसर पर पूज्य आचार्यश्री , मुनि श्री मलयप्रभसागरजी म.एवं पूज्य पंन्यास श्री पुण्डरीकरत्नविजयजी म. , पू. प्रवर्तिनी श्री शशिप्रभाश्रीजी म. आदि ठाणा , पू. साध्वी श्री कल्पलता

सिणधरी से श्री नाकोडाजी तीर्थ पैदल संघ

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पूज्य गुरुदेव गच्छाधिपति आचार्यश्री जिनमणिप्रभसूरीश्वरजी महाराज की पावन निश्रा में सिणधरी नगर से श्री नाकोडा तीर्थ का छह री पालित पैदल यात्रा संघ का आयोजन होगा। सिणधरी निवासी श्री भीकचंदजी धनराजजी देसाई परिवार के द्वारा होने वाला यह अनूठा अनुष्ठान ता. 23 दिसम्बर से प्रारंभ होगा। कालुडी , टापरा , असाडा , जसोल होता हुआ यह संघ ता. 28 को नाकोडाजी तीर्थ पर प्रवेश करेगा। ता. 29 को संघपति माला का महाविधान संपन्न होगा। श्री देसाई परिवार 350 श्रद्धालुओं का संघ लेकर विक्रमपुर की प्रतिष्ठा के ऐतिहासिक अवसर पर पधारे। ता. 15 को प्रतिष्ठा के पावन अवसर पूज्यश्री के समक्ष विनंती प्रस्तुत की। उनकी विनंती को स्वीकार करते हुए पूज्यश्री ने फरमाया- श्री देसाई परिवार की सन् 2013 से विनंती चल रही है , पर हमारा विहार अन्य क्षेत्रों में होने के कारण योग नहीं बन पाया। पूज्यश्री ने ज्योंहि शुभ मुहूत्र्त प्रदान किया , पूरा संघ झूम उठा। नृत्य करते हुए अपने आनंद को अभिव्यक्त किया। पूज्यश्री ने फरमाया- विक्रमपुर तीर्थ अब आपसे जुड गया है। इस तीर्थ की प्रतिष्ठा में आपके संघ का खूब योगदान रहा है। उन्हों

BIKANER तुलसी विहार गंगाशहर में प्रतिष्ठा का अकल्पनीय आयोजन

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पूज्य गुरुदेव प्रज्ञापुरूष आचार्य भगवंत श्री जिनकान्तिसागरसूरीश्वरजी म.सा. के शिष्य रत्न पूज्य गुरुदेव गच्छाधिपति आचार्य भगवंत श्री जिनमणिप्रभसूरीश्वरजी म.सा. पूज्य मुनि श्री मयंकप्रभसागरजी म. पूज्य मुनि श्रीमनितप्रभसागरजी म. पूज्य मुनि श्री मेहुलप्रभसागरजी म. पूज्य मुनि श्री समयप्रभसागरजी म. पूज्य मुनि श्री विरक्तप्रभसागरजी म. पूज्य मुनि श्री श्रेयांसप्रभसागरजी म. पूज्य मुनि श्री मलयप्रभसागरजी म.  आदि मुनि मंडल ठाणा 8 एवं पूजनीया प्रवर्तिनी श्री शशिप्रभाश्रीजी म. पू. दिव्यदर्शनाश्रीजी म. आदि ठाणा 6 , पूजनीया साध्वी श्री कल्पलताश्रीजी म. पू. अमितयशाश्रीजी म. आदि ठाणा 8 , पूजनीया साध्वी श्री प्रियस्वर्णांजनाश्रीजी म. आदि ठाणा 3 की परम पावन सानिध्यता में गंगाशहर के तुलसी विहार कालोनी में बने श्री शंखेश्वर पाश्र्वनाथ जिनमंदिर की अंजनशलाका प्रतिष्ठा अत्यन्त आनंद व अभूतपूर्व आयोजन के साथ संपन्न हुई।

Bikaner Chintamani Mandir बीकानेर में प्राचीन प्रतिमा प्राकट्य महोत्सव

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पूज्य गुरुदेव गच्छाधिपति आचार्यश्री जिनमणिप्रभसूरीश्वरजी महाराज की पावन निश्रा में व उनके निर्देशन में बीकानेर के चिंतामणि आदिनाथ जिन मंदिर के भूगर्भ में बिराजमान 1116 प्राचीन प्रतिमाओं को ता. 27 नवम्बर 2017 को मंत्रोच्चारणों के साथ प्रकट किया गया। पूर्ण सुरक्षा के साथ भूगर्भ से प्रतिमाओं को प्रकट करने का लाभ लिया श्री पुरखचंदजी धनराजजी , नेमचंदजी डागा परिवार ने लिया। ता. 26 नवम्बर को पूज्य आचार्यश्री के शिष्य पूज्य मुनि श्री मेहुलप्रभसागरजी म. ने क्षेत्रपाल आदि आह्वान की प्रक्रिया विधि विधान के साथ संपन्न करवाई। इस अवसर पर तपागच्छीय पंन्यास श्री पुंडरिकरत्नविजयजी म. आदि साधु मंडल , प्रवर्तिनी श्री शशिप्रभाश्रीजी म. आदि ठाणा , पू. साध्वी श्री कल्पलताश्रीजी म. आदि ठाणा , पू. साध्वी श्री प्रियस्वर्णांजनाश्रीजी म. आदि का सानिध्य प्राप्त हुआ।

Vikrampur Bikampur विक्रमपुर (बिकमपुर) में ऐतिहासिक प्रतिष्ठा महोत्सव

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पूज्य गुरुदेव गच्छाधिपति आचार्य प्रवर श्री जिनमणिप्रभसूरीश्वरजी महाराज साहब , पूज्य मुनि श्री मयंकप्रभसागरजी म. पूज्य मुनि श्री मेहुलप्रभसागरजी म. ठाणा 3 की पावन निश्रा में एवं प्रवर्तिनी श्री शशिप्रभाश्रीजी म. आदि ठाणा 6 के सान्निध्य में दि. 15 नवंबर 2017 को बीकमपुर में मूलनायक परमात्मा महावीर स्वामी मंदिर , मणिधारी जिनचन्द्रसूरि दादाबाड़ी की प्रतिष्ठा उल्लास के साथ संपन्न हुई। इस जिन मंदिर दादावाडी का निर्माण कार्य गतवर्ष प्रारंभ हुआ था। लगभग सवा वर्ष की अल्प अवधि में शिखरबद्ध जिन मंदिर , सामरण युक्त दादावाडी , धर्मशाला , भोजनशाला , पेढी आदि का भव्य निर्माण संपन्न हुआ।