बाड़मेर में कल्याणपुरा स्थित महावीर चौक के पाश्र्वनाथ जिनालय के जीर्णोद्धार कारत जिन मंदिर की भव्यातिभव्य अंजनशलाका प्रतिष्ठा महोत्सव के दूसरे दिन विभिन्न कार्यक्रम सम्पन्न हुए। श्री पाश्र्वनाथ जिनालय की अंजनशलाका प्रतिष्ठा महोत्सव उपाध्याय प्रवर श्री मणिप्रभसागरजी म.सा. की पावन निश्रा में एवं साध्वी श्री सुरंजनाश्री आदि ठाणा एवं डाँ. विद्युत्प्रभाश्री आदि ठाणा के पावन सानिध्य में 5 मार्च को सम्पन्न होगी। अंजनशलाका प्रतिष्ठा महोत्सव के दूसरे दिन आज प्रात:10बजे वाराणसी नगरी में सुसज्जित राजदरबार के रंग मण्डप पर आज माता त्रिशला के चौदह स्वप्नों के दर्शन का मनमोहक कार्यक्रम हुआ जिसमें चौदह स्वप्न, हाथी, रिषभ, सिंह लक्ष्मीजी, फूलों की माला, चन्द्र, सूरज, ध्वजा, कलश, पदम सरोवर, खीर समुद्र, देव विमान, रत्नों की राशि, अग्नि धूम के प्रत्येक स्वप्न बालिकाओं द्वारा अपने सिर पर रखकर झूमते-नाचते हुए सभी श्रद्धालुओं को दर्शन कराए। च्यवन कल्याणक के बारे में बताया कि परम कृपासिंधु अनंत उपकारी श्री अरिहंत परमात्मा का देवलोक अथवा नरक गति का आयुष्य पूर्ण करने पर मनुष्य गति माता की कुक्षि में अवतरण होत