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Shri JINManiprabhSURIji ms. खरतरगच्छाधिपतिश्री जहाज मंदिर मांडवला में विराज रहे है।

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पूज्य गुरुदेव गच्छाधिपति आचार्य प्रवर श्री जिनमणिप्रभसूरीश्वरजी म.सा. एवं पूज्य आचार्य श्री जिनमनोज्ञसूरीजी महाराज आदि ठाणा जहाज मंदिर मांडवला में विराज रहे है। आराधना साधना एवं स्वाध्याय सुंदर रूप से गतिमान है। दोपहर में तत्त्वार्थसूत्र की वाचना चल रही है। जिसका फेसबुक पर लाइव प्रसारण एवं यूट्यूब (जहाज मंदिर चेनल) पे वीडियो दी जा रही है । प्रेषक मुकेश प्रजापत फोन- 9825105823

जैन समुदाय को अल्पसंख्यक का दर्जा मिला

जैन समुदाय को अब अल्पसंख्यक का दर्जा मिल गया है. 20 . 01 . 2014 को इसकी मंजूरी केंद्रीय कैबिनेट ने दे दी.
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जैन समुदाय के अल्पसंख्यक दर्जा प्राप्त होने से  लाभ
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1) जैन धर्म की सुरक्षा होगी।
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2) जैन धर्म की नैतिक  शिक्षा पढ़ाई कराने का जैन स्कूलो को अधिकार
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3) कम ब्याज पर लोन, व्यवसाय व् शिक्षा तकनिकी हेतु उपलब्ध होंगे।
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4) जैन कोलेजो में जैन बच्चो के लिए 50 % आरक्षित सीट होगी।
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5) जैन समुदाय में अल्पसंख्यक घोषित होने से सविधान के अनुच्छेद 25 से 30 के अनुसार जैन समुदाय धर्म, भाषा,संस्कृति की रक्षा सविधान में उपलब्धो के अंतर्गत हो सकेगी।
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6) जैन धर्मावलंबियो के धार्मिक स्थल, संस्थाओं, मंदिरों, तीर्थ, क्षेत्रो एव ट्रस्ट का सरकारी करण या अधिग्रहण आदि नही किया जा सकेगा अपितु धार्मिक स्थलों का समुचित विकास एव सुरक्षा के व्यापक प्रबंध शासन द्वारा भी किए जायेंगे।
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7) उपासना स्थल अधिनियम 1991 ( 42आक- 18-9-91) के तहत किसी धार्मिक उपासना स्थल बनाए रखने हेतु स्पष्ट निर्देश जिसका उलघ्घन धरा 6(3) के अधीन दंडनीय अपराध है ।
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8) पुराने स्थलों एव पुरातन धरोहर को सुरक्षित रखना  सन 1958 के अधिनियम धारा 19 एव 20 के तहत सुरक्षित हो।
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9) समुदाय द्वारा संचालित ट्रस्टो की सम्पति को किराया नियंत्रण अधिनियम से भी मुक्त रखा जाएगा ।
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10)जैन धर्मावलम्बी अपनी प्राचीन संस्कृति पुरातत्व एव धर्मस्थलो का सरक्षण कर सकेंगे।
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11) जो प्रतिभावन अल्पसंख्यक विधार्थी जिले के उत्क्रिस्ट विधालयो में प्रवेश पाते है तो उनमे गरीबी रेखा से निचे जीवनयापन करने वाले विधार्थियो का 9 वि, 10वि, 12वि, का शिक्षण शुल्क एव अन्य लिया जाने वाला शुल्क पूर्णत माफ़ कर दिया जाएगा।
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12) जैन मंदिरों, तीर्थ स्थलों, शेक्षणिक संस्थाओं इत्यादि के प्रबंध की जिम्मेदारी समुदाय के हाथ में दी जायेगी।
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13) शेक्षणिक एव अन्य संथाओ को स्थापित करने या उनके संचालन में सरकारी हस्तक्षेप कम हो जाएगा।
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14) विश्व विद्यालय द्वारा संचालित कोचिंग कोलेजो में समुदाय के विद्यार्थियों को फ़ीस माफ़ या कम होने की प्राप्प्त होगी।
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15) सरकार द्वारा जैन समुदाय को स्कुल, कोलेज, छात्रावास, शोध या प्रशिक्षण संस्थान खोलने हेतु सभी सुविधाए एव रियायती दर पर जमींन उपलब्ध करवाई जायेगी।
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16) जैन समुदाय के विद्यार्थियों को प्रशानिक सेवाओं और व्यवसायिक पाठ्यक्रम के प्रशिक्षण हेतु अनुदान मिल सकेगा ।
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17) जैन समुदाय द्वारा संचालित जिन संस्थाओं पर कानून की आड़ में बहुसंख्यको ने कब्जा जमा रखा है उनसे मुक्ति मिलेगी।
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18) जैन धर्मावलम्बी द्वारा पुण्यार्थ, प्राणी सेवा, शिक्षा इत्यादि हेतु दान धन कर मुक्त होगा।
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19) जैन धर्मावलम्बी को बहुसंख्यको समुदाय के द्वारा प्रताड़ित किये जाने की स्थति में सरकार जैन धर्मावलम्बी की रक्षा करेगी।
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20) अल्पसंख्यक समुदाय के धार्मिक स्थल के समुचित विकास एव सुरक्षा के व्यापक प्रबंध शासन द्वारा किये जायेंगे।
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21) अल्पसंख्यक वर्ग युवाओं में खेल कूद व् अन्य सांस्कृतिक गतिविधियों में प्रोत्साहन हेतु अनुदान एक छात्रवृत्यियो में विशेष प्रावधानो का लाभ मिल सकेगा, ताकि गरीबी रेखा से निचे आने वाले तथा आर्थिक स्थति से कमजोर वर्ग का शेक्षणिक, सामायिक एव आर्थिक विकास हो सके।
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21) अल्पसंख्यक समुदाय के लिए कराए गए आर्थिक सामाजिक, शेक्षणिक स्थति के सर्वेक्षण के आधार पर रोजगार मूल सुविधा का लाभ मिलेगा ।
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भाईयो बहनो तथा युवा साथिओ..
जय जिनेन्द्र
जैन समाज के लिये बहुत बड़ी खुश का दिन इस खबर से पुरे जैन समाज में ख़ुशी की लहर... खुश खबर.
भारत सरकार ने जैन समाज को आज राष्ट्रीय स्तर पर अल्पसंख्यक का दर्जा देने कि घोषणा कर दी है। 
भारत सरकार को.. धन्यवाद.. धन्यवाद..
ये हमारे पुरे जैन समाज के अच्छी खबर है क्युकी आज हो ये घोषणा हुई है इस घोषणा का जैन समाज को 25 साल से इन्तजार कर रहा था लेकिन हमारे जैन भाई बहनों ने जो आन्दोलन किये है उसका फल आज पूरे जैन समाज को मिला.

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