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Shri JINManiprabhSURIji ms. खरतरगच्छाधिपतिश्री जहाज मंदिर मांडवला में विराज रहे है।

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पूज्य गुरुदेव गच्छाधिपति आचार्य प्रवर श्री जिनमणिप्रभसूरीश्वरजी म.सा. एवं पूज्य आचार्य श्री जिनमनोज्ञसूरीजी महाराज आदि ठाणा जहाज मंदिर मांडवला में विराज रहे है। आराधना साधना एवं स्वाध्याय सुंदर रूप से गतिमान है। दोपहर में तत्त्वार्थसूत्र की वाचना चल रही है। जिसका फेसबुक पर लाइव प्रसारण एवं यूट्यूब (जहाज मंदिर चेनल) पे वीडियो दी जा रही है । प्रेषक मुकेश प्रजापत फोन- 9825105823

Moun Egyaras, Moun Ekadashi Vidhi, मौन ग्यारस की विधि।

तारीख़ 21/12/2015

मार्गशीर्ष सुदी ११  मौन इग्यारस
मौन इग्यारस  के दिन
➡श्री अरनाथ दीक्षा कल्याणक

➡श्री मल्लिनाथ =जन्म-दीक्षा-केवलज्ञान

➡श्री नमिनाथ केवलज्ञान हुआ था।

👉5 कल्याणको का एक मात्र दिन है।
साथ ही तीन काल की अपेक्षा से

➡5 भरत क्षेत्र के 75कल्याणक

➡5 ऐरावत क्षेत्र के 75कल्याणक

👉इस प्रकार 150 कल्याणक एक ही दिन होते है।
👉इस दिन जो भी धर्म क्रिया करो तो उसका 150 गुना लाभ मिलता है।

👉1 नवकारशी/ चौविहार करने वाले के 15000 वर्ष का नरक का आयुष्य कट जाता है।

✔ शक्य हो तो मौन पूर्वक चौविहार उपवास करके पौषधादि क्रियाओ द्वारा 150 कल्याणको की 150 माला गिने।

🙏🏻 अपने पाप कर्म खपाने का सुनहरा अवसर नही गवाये🙏

इस दिन करने योग्य तप - उपवास, आयम्बिल, एकसना।
🔹जाप मंत्र :-
1) ॐ ह्रीं श्री अरनाथ नाथाय नमः
2) ॐ ह्रीं श्री मल्लिनाथ अर्हते नमः
3) ॐ ह्रीं श्री मल्लिनाथ नाथाय नमः
4) ॐ ह्रीं श्री मल्लिनाथ सर्वज्ञाय नमः
5) ॐ ह्रीं श्री नमिनाथ  सर्वज्ञाय नमः

ये 5 मन्त्र की 20 / 20 माला गिनना है।

🔹विधि :- 12 लोगस का काउस्सग् ,
12 साथिया उसके ऊपर 12 फल और
नैवेद्य रखना और 12 खमासमण देना।

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