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Shri JINManiprabhSURIji ms. खरतरगच्छाधिपतिश्री जहाज मंदिर मांडवला में विराज रहे है।

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पूज्य गुरुदेव गच्छाधिपति आचार्य प्रवर श्री जिनमणिप्रभसूरीश्वरजी म.सा. एवं पूज्य आचार्य श्री जिनमनोज्ञसूरीजी महाराज आदि ठाणा जहाज मंदिर मांडवला में विराज रहे है। आराधना साधना एवं स्वाध्याय सुंदर रूप से गतिमान है। दोपहर में तत्त्वार्थसूत्र की वाचना चल रही है। जिसका फेसबुक पर लाइव प्रसारण एवं यूट्यूब (जहाज मंदिर चेनल) पे वीडियो दी जा रही है । प्रेषक मुकेश प्रजापत फोन- 9825105823

Khartargacch Yuva Parishad अखिल भारतीय खरतर गच्छ युवा परिषद् द्वारा वांचना शिविर का आयोजन

Khartargachchh Yuva Parishad
अखिल भारतीय खरतरगच्छ युवा परिषद् के तत्वाधान में श्री सम्मेतशिखरजी तीर्थ के प्रांगण में ऐतिहासिक त्रिदिवसीय वांचना शिविर 7 जनवरी से 9 जनवरी 2017 को खरतरगच्छाधिपति आचार्य भगवंत श्री जिनमणिप्रभसूरीजी म.सा. की क्षेमंकरी निश्रा में अत्यंत ही हर्षोउल्लास के साथ संपन्न हुआ। इस आयोजन का लाभ गढ़ सिवाना (हाल अहमदाबाद) निवासी श्रीमान अशोककुमारजी मानमलजी भंसाली परिवार ने लिया। इस शिविर में 250 से अधिक स्वाध्याय प्रेमी श्रावक श्राविकाओं ने भाग लिया।
वांचना शिविर के पहले दिन सम्मेतशिखरजी तीर्थ के राजेंद्र भवन से गुरुदेव ने सभी शिविरार्थी व लाभार्थी परिवार के साथ गाजते बाजते मधुबन श्वेताम्बर जैन सोसाइटी के रांका भवन के व्याख्यान हाल में प्रवेश किया। दीप प्रवज्जलन के पश्चात Kयुप का राष्ट्रीय गान हुआ। तत्पश्चात स्वागत भाषण में शिविर के लाभार्थी व Kयुप के चैयरमैन श्री अशोक जी भंसाली ने सभी को शिविर में पधारने की बधाई दी वरघोड़े की भव्यता देख अशोकजी ने कहा कि मुझे ऐसा लग रहा है जैसे हम चतुर्विध संघ का छरीपालित संघ लेकर आये है। K युप के राष्ट्रीय अध्यक्ष रतनजी बोथरा ने शिविर में पधारे महानुभावों व लाभार्थी परिवार को धन्यवाद दिया। तत्पश्चात गुरुदेव ने मंगलाचरण के बाद स्वाध्याय का महत्त्व समझाया और जैन धर्म की महिमा बताई।
Khartargachchh Yuva Parishad
तीनो दिन शिविर का कार्यक्रम में प्रात: योग प्राणायाम, साढ़े पांच बजे नवकार महामंत्र महिमा के बाद प्रभु दर्शन सेवा पूजा अल्पाहार। साढे आठ बजे से जैन धर्म मीमांसा, मंदिर अनुष्ठान, गच्छ का इतिहास, स्वाध्याय का महत्व, अनुशासन आदि विषयों पर वाचना। दोपहर में तत्वज्ञान एवं प्रश्नोत्तरी, शाम को प्रभु भक्ति के बाद प्रतिक्रमण और रात्रि प्रभु भक्ति की गयी
      प्रश्नोत्तरी में श्रावक श्राविकाओं द्वारा पूछे गए सवालों को आचार्य श्री ने बहुत ही सरलता से समझाया। शिविर में पधारे लोग गुरुदेव की सरलता देख मंत्रमुग्ध हो गए. सभी के चेहरे एक असीम आनंद की अनुभूति से छलक रहे थे।
       शिविर में स्वाध्याय प्रेमिओं का अनुशासन देखते ही बनता था। सभी लोग ठीक समय पर सामायिक के वस्त्र में आते थे एवं गुरुदेव द्वारा स्वाध्याय बहुत ही आनंद के साथ कर रहे थे शिविर को आचार्य भगवंत के साथ मुनि श्री मनितप्रभसागरजी म. व बहिन म. विधुतप्रभाश्रीजी एवं निलांजानाश्रीजी ने भी स्वाध्याय करवाया।
शिविर में जैन श्वेताम्बर सोसायटी मधूबन के अध्यक्ष श्री कमलसिंहजी रामपुरिया, अखिल भारतीय खरतरगच्छ प्रतिनिधि सभा के अध्यक्ष मोतीलालजी झाबक, कुशल वाटिका के अध्यक्ष भवरलालजी छाजेड़, कोलकता से ज्ञानचंदजी लुनावत, विजयराजजी लोढ़ा, सुनीलजी चोरडिया, श्यामसुंदरजी वैद, रायपुर से संतोषजी गोलेच्छा, सुरेशजी कांकरिया, कुशलजी गोलेच्छा आदि कई गणमान्य लोगों ने शिबिर का लाभ लिया।
शिविर के समापन समारोह के दिन इन सभी महानुभावों का लाभार्थी परिवार द्वारा बहुमान किया गया। शिविर का सुन्दर भव्यता एवं K-युप के सदस्यों का उत्साह देख अगले शिविर हेतु कई गणमान्य महानुभावों ने अगले शिविर का लाभ देने का निवेदन किया जिसमें रायपुर निवासी श्री मोतीलाल जी झाबक को गुरुदेव ने स्वीकृति दी।
शिविर में बहुप्रतीक्षित अखिल भारतीय खरतरगच्छ महिला परिषद् के गठन की घोषणा की गयी। शिविर में K युप द्वारा प्रति वर्ष वार्षिक कैलेंडर छापने का भी निर्णय लिया गया।
अखिल भारतीय खरतरगच्छ युवा परिषद ने लाभार्थी परिवार का माला, श्रीफल, साफा, अभिनन्दन पत्र मोमेंटो द्वारा बहुमान किया व Kयुप के महामंत्री प्रदीप श्रीश्रीश्रीमाल ने लाभार्थी परिवार एवं शिविर में पधारे हुए सभी लोगो को धन्यवाद दिया। त्रिदिवसीय कार्यक्रम का पूरा मंच संचालन K युप के सहमंत्री मधुरभाषी श्री रमेशजी लुंकड़ ने किया।

प्रेषक: गौतम संकलेचा चेन्नई
अखिल भारतीय खरतरगच्छ युवा परिषद् केंद्रीय प्रचार प्रसार समिति

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