Featured Post

Shri JINManiprabhSURIji ms. खरतरगच्छाधिपतिश्री जहाज मंदिर मांडवला में विराज रहे है।

Image
पूज्य गुरुदेव गच्छाधिपति आचार्य प्रवर श्री जिनमणिप्रभसूरीश्वरजी म.सा. एवं पूज्य आचार्य श्री जिनमनोज्ञसूरीजी महाराज आदि ठाणा जहाज मंदिर मांडवला में विराज रहे है। आराधना साधना एवं स्वाध्याय सुंदर रूप से गतिमान है। दोपहर में तत्त्वार्थसूत्र की वाचना चल रही है। जिसका फेसबुक पर लाइव प्रसारण एवं यूट्यूब (जहाज मंदिर चेनल) पे वीडियो दी जा रही है । प्रेषक मुकेश प्रजापत फोन- 9825105823

khartargachchh ki Bhartiy sanskruti ko den. खरतरगच्छ की भारतीय संस्कृति को देन

khartargachchh ki Bhartiy sanskruti ko den. खरतरगच्छ की भारतीय संस्कृति को देन
khartargachchh ki Bhartiy sanskruti ko den. खरतरगच्छ कि भारतीय संस्कृति को देन 1

khartargachchh ki Bhartiy sanskruti ko den. खरतरगच्छ कि भारतीय संस्कृति को देन 2

khartargachchh ki Bhartiy sanskruti ko den. खरतरगच्छ कि भारतीय संस्कृति को देन 3

khartargachchh ki Bhartiy sanskruti ko den. खरतरगच्छ कि भारतीय संस्कृति को देन 4

Comments

Popular posts from this blog

AYRIYA LUNAVAT GOTRA HISTORY आयरिया/लूणावत गोत्र का इतिहास

RANKA VANKA SETH SETHIYA रांका/वांका/सेठ/सेठिया/काला/गोरा/दक गोत्र का इतिहास

RAKHECHA PUGLIYA GOTRA HISTORY राखेचा/पुगलिया गोत्र का इतिहास