Posts

Featured Post

Shri JINManiprabhSURIji ms. खरतरगच्छाधिपतिश्री जहाज मंदिर मांडवला में विराज रहे है।

Image
पूज्य गुरुदेव गच्छाधिपति आचार्य प्रवर श्री जिनमणिप्रभसूरीश्वरजी म.सा. एवं पूज्य आचार्य श्री जिनमनोज्ञसूरीजी महाराज आदि ठाणा जहाज मंदिर मांडवला में विराज रहे है। आराधना साधना एवं स्वाध्याय सुंदर रूप से गतिमान है। दोपहर में तत्त्वार्थसूत्र की वाचना चल रही है। जिसका फेसबुक पर लाइव प्रसारण एवं यूट्यूब (जहाज मंदिर चेनल) पे वीडियो दी जा रही है । प्रेषक मुकेश प्रजापत फोन- 9825105823

Navkar prarthna... Namokar Aradhna नवकार आभार प्रार्थना

नमो अरिहंताणं ।। हे अरिहंत प्रभु ! आप परम योग्य हैं ,  आपकी योग्यता को नमस्कार हो। आपकी प्रेरणा से मेरे भीतर की योग्यताएँ प्रकट हो रही हैं इसलिए आपका आभार-आभार-आभार ! नमो सिद्धाणं हे सिद्ध प्रभु !  आप सर्वथा शुद्ध हो । मंज़िल को प्राप्त हो चुके हो। आपकी शुद्ध बुद्ध मुक्त अवस्था को मेरा नमस्कार हो । आपकी प्रेरणा से मैं भी अपनी मंज़िल को प्राप्त हो रहा हूँ इसलिए आपका आभार-आभार-आभार ! धन्यवाद !!

Shri Maniprabhsagarji ms in Surat पूज्य गणाधीशजी का सूरत में ऐतिहासिक प्रवास

Image
पूज्य गुरुदेव गणाधीश श्री मणिप्रभसागरजी म.सा. पू. मुनि श्री श्रेयांसप्रभसागरजी म. के साथ सूरत संघ की भावभरी विनंती को स्वीकार कर शहादा से तलोदा, वाण्याविहिर, अक्कलकुआ, खापर, सेलंबा, उमरपाडा, मांडवी, कडोद होते हुए ता. 26 जनवरी 2016 को सूरत माँडल टाउन पधारे, जहाँ पूज्यश्री का भव्यातिभव्य स्वागत किया गया।  श्री बाडमेर जैन संघ, सूरत एवं श्री कुशल कान्ति खरतरगच्छ संघ, सूरत के तत्वावधान में पूज्यश्री का भव्य सामैया संपन्न हुआ। ऐसा ऐतिहासिक प्रवेश लोगों ने प्रथम बार देखा। बाहर से बडी संख्या में श्रद्धालुओं का पदार्पण हुआ। 

Ujjain Avanti Parswanath अवन्ति पार्श्वनाथ तीर्थ के चुनाव संपन्न

Image
Ujjain Avanti Parswanath  श्री अवन्ति पार्श्वनाथ तीर्थ ट्रस्ट, उज्जैन के चुनाव 20 दिसम्बर को संपन्न हुए। जिसमें श्री हीराचंदजी छाजेड अध्यक्ष निर्वाचित हुए। उपाध्यक्ष श्री निर्मलकुमारजी संखलेचा, सचिव श्री चन्द्रशेखरजी डागा, कोषाध्यक्ष के पद पर श्री ललितकुमारजी बाफना चुने गये। श्री रमेशचंदजी बांठिया, विजयचंदजी कोठारी, श्री महेन्द्रकुमारजी गादिया, श्री नरेन्द्रकुमारजी धाकड एवं श्री रजतकुमारजी मेहता ट्रस्टी चुने गये। यह ज्ञातव्य है कि पूज्य गुरुदेव गणाधीश श्री मणिप्रभसागरजी म.सा. की पावन प्रेरणा एवं उनकी निश्रा में अति प्राचीन श्री अवन्ति पार्श्वनाथ तीर्थ का जीर्णोद्धार चल रहा है। इस जीर्णोद्धार की यह विशेषता है कि मूलनायक परमात्मा का उत्थापन किये बिना यह जीर्णोद्धार चल रहा है।

Simandhar swami ji full details सीमंधर स्वामी का अधिक परिचय...

भगवान सीमंधर स्वामी कौन है? भगवान सीमंधर स्वामी वर्तमान तीर्थंकर भगवान हैं, जो हमारी जैसी ही दूसरी पृथ्वी पर विराजमान हैं। उनकी पू जा का महत्व यह है कि उनकी पूजा करने से, उनके सामने झुकने से वे हमें शाश्वत सुख का मार्ग दिखाएँगे और शाश्वत सुख प्राप्त करने का और मोक्ष प्राप्ति का मार्ग दिखाएँगे। भगवान सीमंधर स्वामी कहाँ पर है? महाविदेह क्षेत्र में कुल ३२ देश है, जिसमें से भगवान श्री सीमंधर स्वामी पुष्प-कलावती देश की राजधानी पुंडरिकगिरी में हैं। महाविदेह क्षेत्र हमारी पृथ्वी के उत्तर पूर्व दिशा से लाखों मील की दूरी पर है। सीमंधर स्वामी का अधिक परिचय... भगवान सीमंधर स्वामी का जन्म हमारी पृथ्वी के सत्रहवें तीर्थंकर श्री कुंथुनाथ स्वामी और अठारहवें तीर्थंकर श्री अरनाथ स्वामी के जीवन काल के बीच में हुआ था। भगवान श्री सीमंधर स्वामी के पिताजी श्री श्रेयांस पुंडरिकगिरी के राजा थे। उनकी माता का नाम सात्यकी था। अत्यंत शुभ घड़ी में माता सात्यकी ने एक सुंदर और भव्य रूपवाले पुत्र को जन्म दिया। जन्म से ही बालक में मतिज्ञान, श्रुतज्ञान और अवधि ज्ञान से युक्त थे।

Shri Sukhsagarji ms

Image
Shri Sukhsagarji ms

Shri Sukhsagarji ms गणनायक महोदय श्री सुखसागरजी म.सा.की 130वीं पुण्यतिथि (28 January 2016) के अवसर पर आराधना-साधना के संकल्प कर शासन और गच्छ के बढ़ोतरी की कामना करें...

Image
परम् पूज्य क्रियोद्धारक गणनायक महोदय श्री सुखसागरजी म.सा.की 130वीं पुण्यतिथि के अवसर पर आराधना-साधना के संकल्प कर शासन और गच्छ की बढ़ोतरी की कामना करें... पुण्यतिथि दिवस  माघ वदि-4 28 जनवरी 2016  गुरुवार  प्रतिकमण, स्नात्र पूजा, सामायिक, आयम्बिल, एकासना, उपवास, देववन्दन  आदि विविध आराधना कर श्रद्धांजलि अर्पण करें।

AERIAL VIEW of PALITANA TIRTH (GUJARAT) so beautiful video... must see a...गीतकार श्री रवीन्द्र जैन की आवाज में स्वरबद्ध सुंदर भक्तिगीत के साथ पालीताणा (सिद्धाचल) गिरिराज के आकाशीय दर्शन का अद्भुत नजारा... जिसे देखकर भक्त के मन में अवश्य रोमांच का अनुभव होगा...

Image

Sangh Yatra... बैगानी परिवार जयपुर द्वारा आयोजित... श्री शत्रुंजय छ:री पालित तीर्थयात्रा भावोल्लास के संपन्न ...

Image
Palitana पूज्य पिताश्री शानुरामजी एवं माताश्री श्रीमती वीरांबाईजी के आशीर्वाद से आयोजित आदर्श नगर, जयपुर निवासी भ्राताद्वय संघवी श्री सुरेशकुमारजी, सुभाषचंदजी बैगानी परिवार द्वारा संघयात्रा का आयोजन किया गया।  इस तीर्थयात्रा में पूज्य गुरुदेव गणाधीश उपाध्याय श्री मणिप्रभसागरजी म.सा. के शिष्य पूज्य मुनिराज श्री मयंकप्रभसागरजी म., मुनि मेहुलप्रभसागरजी म. आदि ठाणा की निश्रा एवं साध्वीवर्या श्री दिव्यप्रभाश्रीजी म. व प्रियदर्शनाश्रीजी म. आदि ठाणा की सानिध्यता प्राप्त हुयी।  पालीताणा में संघ का विश्राम भीनमाल भवन व दक्ष विहार में हुआ। मुनि मेहुलप्रभसागरजी महाराज ने प्रवचन फरमाते हुए कहा- एक व्यक्ति गाडी में बैठकर तीर्थ यात्रा करता है। और एक व्यक्ति पैदल चल कर आज्ञा के अनुसार छह री का पालन करता हुआ तीर्थ यात्रा करता है। इन दोनों यात्राओं में बहुत अन्तर है। गाडी की यात्रा शरीर को आराम देती है। पर पैदल चलकर की जाने वाली यात्रा आत्मा को पावन करती है। 

Moun Egyaras, Moun Ekadashi Vidhi, मौन ग्यारस की विधि।

तारीख़ 21/12/2015 मार्गशीर्ष सुदी ११  मौन इग्यारस मौन इग्यारस  के दिन ➡श्री अरनाथ दीक्षा कल्याणक ➡श्री मल्लिनाथ =जन्म-दीक्षा-केवलज्ञान ➡श्री नमिनाथ केवलज्ञान हुआ था। 👉5 कल्याणको का एक मात्र दिन है। साथ ही तीन काल की अपेक्षा से ➡5 भरत क्षेत्र के 75कल्याणक ➡5 ऐरावत क्षेत्र के 75कल्याणक 👉इस प्रकार 150 कल्याणक एक ही दिन होते है। 👉 इस दिन जो भी धर्म क्रिया करो तो उसका 150 गुना लाभ मिलता है। 👉1 नवकारशी/ चौविहार करने वाले के 15000 वर्ष का नरक का आयुष्य कट जाता है। ✔ शक्य हो तो मौन पूर्वक चौविहार उपवास करके पौषधादि क्रियाओ द्वारा 150 कल्याणको की 150 माला गिने। 🙏🏻 अपने पाप कर्म खपाने का सुनहरा अवसर नही गवाये🙏 इस दिन करने योग्य तप - उपवास, आयम्बिल, एकसना। 🔹जाप मंत्र :- 1) ॐ ह्रीं श्री अरनाथ नाथाय नमः 2) ॐ ह्रीं श्री मल्लिनाथ अर्हते नमः 3) ॐ ह्रीं श्री मल्लिनाथ नाथाय नमः 4) ॐ ह्रीं श्री मल्लिनाथ सर्वज्ञाय नमः 5) ॐ ह्रीं श्री नमिनाथ  सर्वज्ञाय नमः ये 5 मन्त्र की 20 / 20 माला गिनना है। 🔹विधि :- 12 लोगस का काउस्सग् , 12 साथिया उसके ऊपर 12 फल और नैवेद्य रखना और 12 ख

Palitana Sammelan 2016 imp information. पालीताना में खरतरगच्छ का साधू साध्वी श्रावक श्राविका सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है। यह सम्मेलन ता. 1 मार्च 2016 से 12 मार्च 2016 तक होगा। इसमें त्रिदिवसीय खरतरगच्छ श्रावक श्राविका सम्मेलन का आयोजन किया गया है। जिसमें कुल मिलाकर 7 सत्र होंगे।

सम्मेलन के संबंध में सूचना पूज्य गुरुदेव खरतरगच्छाधिपति श्री मणिप्रभसागरजी म.सा. के आदेशानुसार पालीताना में खरतरगच्छ का साधू साध्वी श्रावक श्राविका सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है। यह सम्मेलन ता. 1 मार्च 2016 से 12 मार्च 2016 तक होगा। इसमें त्रिदिवसीय खरतरगच्छ श्रावक श्राविका सम्मेलन का आयोजन किया गया है। जिसमें कुल मिलाकर 7 सत्र होंगे। श्रावक उद्बोधन सत्र में अपने विचारों की अभिव्यक्ति के लिये सकल श्री संघ को सादर आमंत्रण है। निर्णय किया गया है कि जिसे भी अपने विचार सम्मेलन में प्रस्तुत करने हों, उनका नाम स्थानीय संघ द्वारा प्रस्तावित होना अनिवार्य है। आयोजन समिति के पास श्री संघ के लेटर पेड पर अधिकृत पदाधिकारी के हस्ताक्षर युक्त लिखित पत्र प्राप्त होने पर वक्तव्य हेतु उनका नाम वक्ताओं की सूची में अंकित किया जायेगा। इस पत्र के आने के साथ वक्ता द्वारा दिये जाने वाले वक्तव्य का सार स्वरूप भी लिखित में आना अनिवार्य होगा। सकल खरतरगच्छ संघों से निवेदन है कि वे अवश्य ही अपनी ओर से विचार व्यक्त करने हेतु वक्ता का नाम प्रस्तावित करें। सकल श्री संघ से निवेदन है कि आप सभी सम्मेलन में अवश्

Bikaner बीकानेर में पूज्य गुरुदेव मुनि श्री मनोज्ञसागरजी म. आदि की निश्रा में उपधान तप संपन्न

Image
बीकानेर नगर में पूज्य गुरुदेव आचार्य श्री जिनकान्तिसागरसूरीश्वरजी म.सा. के शिष्य पूज्य गुरुदेव मुनि श्री मनोज्ञसागरजी म. पूज्य नयज्ञसागरजी म. आदि की निश्रा में महामंगलकारी उपधान तप की भव्य आराधना चल रही है। ता. 3 दिसम्बर को माल महोत्सव का भव्य वरघोडा आयोजित किया गया। ता. 4 दिसम्बर को मोक्ष माला का विधान संपन्न हुआ। इस अवसर पर पूज्य मुनिश्री ने मोक्ष माला का माहात्म्य समझाया। माला महोत्सव में पूरा बीकानेर जैसे उमड पडा था।

Solapur सोलापुर में पूजनीया मारवाड ज्योति श्री सूर्यप्रभाश्रीजी म.सा. के 50 वर्षीय संयम जीवन की पूर्णाहुति के उपलक्ष्य में स्वर्ण महोत्सव

पूज्य गुरुदेव खरतरगच्छाधिपति श्री मणिप्रभसागरजी म.सा. के आज्ञानुयायी पूजनीया शतायुसंपन्ना समुदायाध्यक्षा महत्तरा श्री चंपाश्रीजी म.सा. की शिष्या पूजनीया मारवाड ज्योति श्री सूर्यप्रभाश्रीजी म.सा. के 50 वर्षीय संयम जीवन की पूर्णाहुति के उपलक्ष्य में त्रि दिवसीय प्रभु भक्ति महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव पूजनीया पाश्र्व मणि तीर्थ प्रेरिका श्री सुलोचनाश्रीजी म. आदि ठाणा, पू. श्री सूर्यप्रभाश्रीजी म.सा. पूर्णप्रभाश्रीजी म.सा. आदि ठाणा की पावन निश्रा में संपन्न होगा। इस महोत्सव का शुभारंभ 18 दिसम्बर को पाश्र्वनाथ पंच कल्याणक पूजा से होगा। ता. 19 को जयतिहुअण महापूजन पढाया जायेगा। तथा ता. 20 को मुख्य कार्यक्रम गुणानुवाद सभा के साथ चारित्र वंदनावली का कार्यक्रम होगा। चारित्र वंदनावली कराने के लिये चेन्नई से शासन रत्न श्री मोहनजी मनोजजी गुलेच्छा पधारेंगे। दोपहर में दादा गुरुदेव की पूजा पढाई जायेगी।

Mahasamund महासमुन्द में आचार्य श्री जिनकान्तिसागरसूरीश्वरजी म.सा. की 30वीं पुण्यतिथि पुण्यतिथि मनाई गई

Image
Jinkantisagarsuri परम पूज्य गुरुदेव प्रज्ञापुरूष आचार्य भगवंत श्री जिनकान्तिसागरसूरीश्वरजी म.सा. की 30वीं पुण्यतिथि का आयोजन छत्तीसगढ के महासमुन्द नगर में पूज्य गुरुदेवश्री के शिष्य रत्न पूज्य खरतरगच्छाधिपति श्री मणिप्रभसागरजी म.सा. पूज्य मुनि श्री श्रेयांसप्रभसागरजी म. की निश्रा में मिगसर वदि 7 ता. 2 दिसम्बर 2016 को मनाई गई। मंदिर दादावाडी के दर्शन उपरान्त गुणानुवाद सभा प्रारंभ हुई। गुणानुवाद सभा में पू. साध्वी श्री मोक्षरत्नाश्रीजी म., पूर्व अध्यक्ष श्री भीखमचंदजी मालू, विधायक श्री विमलजी चौपडा ने पूज्यश्री के व्यक्तित्व व कृतित्व की चर्चा करते हुए संस्मरण सुनाये। इस अवसर पर प्रसिद्ध संगीतकार श्री देवराजजी लूणिया, सौ. श्रीमती प्रियंकादेवी चौपडा ने गीत के माध्यम से अपनी श्रद्धांजली अर्पित की।

Palitana Hari Vihar पालीताना - हरिविहार में ध्वजारोहण संपन्न

Image
विश्व विख्यात श्री पालीताणा तीर्थ स्थित श्री जिन हरि विहार धर्मशाला के श्री आदिनाथ परमात्मा से सुशोभित मयूर मंदिर का 13वां वार्षिक ध्वजारोहण का कार्यक्रम दि. 24 नवंबर 2015 को आनन्द व उल्लास के साथ संपन्न हुआ।  कायमी ध्वजा के लाभार्थी श्रीमती पुष्पाजी अशोकजी जैन परिवार द्वारा जिन मंदिर पर ध्वजा चढाई गई। प्रात: अठारह अभिषेक का आयोजन किया गया। सतरह भेदी पूजा पढाई गई।  यह समारोह पूज्य मुनिवर श्री मयंकप्रभसागरजी म., पू. मुनि श्री मेहुलप्रभसागरजी म., पू. मुनि श्री मौनप्रभसागरजी म., पू. मुनि श्री मोक्षप्रभसागरजी म., पू. मुनि श्री मननप्रभसागरजी म., पू. मुनि श्री कल्पज्ञसागरजी म. आदि ठाणा एवं पूजनीया खान्देश शिरोमणि श्री दिव्यप्रभाश्रीजी म.सा. प्रियदर्शनाश्रीजी म. आदि साध्वी मंडल की पावन निश्रा में संपन्न हुआ। 

Watch "Achary Jinkantisagar suriji ms Agni Sanskar" on YouTube - https://youtu.be/mPIzotnahw4

Image

Mayur Temple Palitana... श्री जिन हरि विहार स्थित श्री आदिनाथ जैन मयूर मंदिर की वार्षिक ध्वजा का भव्य आयोजन

Image
Mayur Temple Palitana पालीताणा ,  आज   श्री   जिन   हरि   विहार    स्थित   श्री   आदिनाथ   जैन   मयूर   मंदिर   की   वार्षिक   ध्वजा   का   भव्य   आयोजन   संपन्न  होगा  । यह आयोजन मुनिवर मयंकप्रभसागरजी म. आदि ठाणा के निर्देशन में होगा।   इस   अवसर   पर   सतरह   भेदी   पूजा   व   अठारह   अभिषेक   का   आयोजन   किया   गया है। परमात्मा के चरणों में विनम्र वन्दनाए...

प्रतिकमण किसे कहते हैं ?

प्रश्न 1: प्रतिकमण किसे कहते हैं ? उत्तर 1: हम अपनी मर्यादाओं का अतिक्रमण करके अपनी स्वभाव दशा में से निकलकर विभाव दशा में चले गए थे तो पुनः स्वभाव रूप सीमाओं में प्रत्यागमन करना प्रतिकमण है। जो पापकर्म मन, वचन, और काया से स्वयं किये जाते हैं, दूसरों से करवाएं जाते हैं और दूसरों के द्वारा किये हुए पापों का अनुमोदन किया जाता है, उन सभी पापों की निवृति हेतु कृत पापों की आलोचना करना, निंदा करना प्रतिकमण कहलाता है। प्रश्न 2: प्रतिकमण का शाब्दिक अर्थ क्या है ? उत्तर 2: प्रतिकमण का शाब्दिक अर्थ है - पापों से पीछे हटना।

Gautam Swami Aaradhna

Image

Roop 14

🔹 आज रूप चौदस है।       वीर प्रभु का अंतिम दर्शन हुआ था आज । 🔸 सचमुच देखने योग्य, जिनमुद्रा ही है । 🔹 जिन रूप अर्थात सुखी जीव का रूप । 🔸 जिन दर्शन अर्थात् आत्म दर्शन । 🔹 अंतिम दर्शन अर्थात् लें लों दर्शन का जितना लाभ लेना हो ले लों,अब फिर नहीं मिलेगा। 🔸 जिन किसका दर्शन कर रहें हैं,       उसके दर्शन का नाम है जिनदर्शन । 🔹 जिनरूप अर्थात चिद्रूप । 🔸 ऐसा दर्शन करों कि अब       अनंत काल दर्शन की जरुरत ही न पड़े । 🔹 जिन मुद्रा से अलौकिक,       इस विश्व मे कोई मुद्रा नहीं है । 🔸 ये रूप ही सच्चा रूप है,       बाकी तो सब कुरूप है ।

Deepavali SHARDA or LAKSHMI Pujan Vidhi

Image
  Deepavali SHARDA or LAKSHMI Pujan Vidhi