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Shri JINManiprabhSURIji ms. खरतरगच्छाधिपतिश्री जहाज मंदिर मांडवला में विराज रहे है।

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पूज्य गुरुदेव गच्छाधिपति आचार्य प्रवर श्री जिनमणिप्रभसूरीश्वरजी म.सा. एवं पूज्य आचार्य श्री जिनमनोज्ञसूरीजी महाराज आदि ठाणा जहाज मंदिर मांडवला में विराज रहे है। आराधना साधना एवं स्वाध्याय सुंदर रूप से गतिमान है। दोपहर में तत्त्वार्थसूत्र की वाचना चल रही है। जिसका फेसबुक पर लाइव प्रसारण एवं यूट्यूब (जहाज मंदिर चेनल) पे वीडियो दी जा रही है । प्रेषक मुकेश प्रजापत फोन- 9825105823

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Palitana Sammelan 2016 मुनि मनोज्ञसागरजी म. का उपाध्याय पदारोहण 11 मार्च को

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Palitana Sammelan पालीताणा स्थित जिनहरि विहार धर्मशाला में चल रहे अखिल भारतीय खरतरगच्छ साधु-साध्वी सम्मेलन के दूसरे दिन बुधवार को ग णा धीश मणिप्रभसागरजी म. ने अध्यक्षता करते हुये आदेश दिया कि आने वाले 11 मार्च को मुनि मनोज्ञसागर जी म. को उपाध्याय पद, मुनि मणिरत्नसागर जी म. को गणि पद, साध्वी दिव्यप्रभाश्रीजी म. को महत्तरा पद और साध्वी शशिप्रभाश्रीजी म. को प्रवर्तिनी पद विधि-विधान के साथ प्रदान किया जायेगा। मुनि मेहुलप्रभसागरजी म. ने बताया कि आज प्रात: 9 बजे जिनहरि विहार धर्मशाला से गणाधीश एवं समस्त साधु साध्वी सहित अ.भा. खरतरगच्छ महासम्मेलन के वरिष्ट पदाधिकारी, सदस्य एवं देश भर के खरतरगच्छ संघों के प्रतिनिधियों ने जयजयकार के साथ प्रस्थान कर सम्मेलन सभागृह में प्रवेश किया। सभा के प्रारंभ में गुरु परंपरा को नमस्कार कर गणाधीश मणिप्रभसागरजी म. ने कहा कि हमारे समुदाय में योग्य साधु साध्वी को विशेष जिम्मेदारी दी जानी चाहिये। जिससे केवल समुदाय की ही नहीं अपितु धर्म की भी प्रगति हो। इस हेतु उपाध्याय आदि पद की घोषणा करते हुये पदारोहण उत्सव 11 मार्च को आयोजित करने का आदेश दिया। गुरुदेव

Palitana Sammelan 12 मार्च को होगा आचार्य पदारोहण

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पालीताणा स्थित जिनहरि विहार धर्मशाला में आज दि. 1 मार्च से प्रारंभ हुये अखिल भारतीय खरतरगच्छ महासम्मेलन की सम्पूर्णता ऐतिहासिक आचार्य पदारोहण समारोह से होगी। आज प्रात: सम्मेलन के प्रारंभ में देव गुरु को वंदन कर सम्मेलन का प्रारंभ किया गया। सभा में सभी साधु साध्वी सहित अ.भा. खरतरगच्छ महासम्मेलन के वरिष्ट पदाधिकारी, सदस्य एवं देश भर के खरतरगच्छ संघों के प्रतिनिधियों ने गणाधीश मणिप्रभसागरजी महाराज को आचार्य पद स्वीकार करने के लिए विनती अर्ज की। गणाधीश महाराज ने सभी की विनती को मान देते हुये अपनी विनम्र स्वीकृति दी। संघ प्रतिनिधियों ने विशेष रूप से आग्रह करते हुये कहा कि इतनी संख्या में साधू साध्वियों एवं श्रावक श्राविकाओं की उपस्थिति और सिद्धाचल की पावन धरा में आचार्य एवं अन्य पदों का पदारोहण एक ऐतिहासिक उपलब्धि एवं गच्छ एकता और विकास का अनूठा उदहारण पेश करेगा। गुरुदेव की इस घोषणा के साथ ही सभा मंडप में हर्ष की लहर दौड गयी एवं जयकारे की गूंज से घोषणा का स्वागत किया गया। मुनि मनोज्ञसागरजी म. एवं मुनि मणिरत्न सागर जी म. ने अपने उद्बोधन में समुदाय की एकता की आवश्यकता पर जोर दिय

Palitana Sammelan

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Palitana Pravesh जैनों की आस्था स्थली विश्व प्रसिद्ध पालीताणा तीर्थ में आज दि. 14 फरवरी 2016 को गुरुदेव खरतरगच्छाधिपति श्री मणिप्रभसागरजी महाराज आदि विशाल श्रमण-श्रमणी वृंद का भारत के विभिन्न प्रांतों में विचरण करते हुये शोभायात्रा के साथ प्रवेश किया।

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 प्रात: आठ बजे शत्रुंजय गेट से प्रवेश यात्रा प्रारंभ हुयी जो हरि विहार स्थित आदिनाथ मंदिर के दर्शन करते हुये तलेटी रोड पर झूमते, नाचते, गाचते, नारा लगाते गुरुभक्तों के साथ श्रमण-श्रमणी वृंद ने सिद्धाचल गिरिराज की आराधना-अर्चना की। साथ ही सम्मेलन के सफलता की कामना की।  आज गुरुदेव के महासम्मेलन हेतु प्रवेश समारोह में भाग लेने अहमदाबाद, वडोदरा, मुंबई, रायपुर, सुरत, बाडमेर, बेंगलोर सहित अखिल भारत के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। लगभग 6 दशक बाद तीर्थाधिराज पालिताना में देश भर के खरतरगच्छ के साधू साध्वी एव श्रावक श्राविका का समेलन हो रहा है। गिरिराज आराधना के पश्चात हरि विहार के प्रांगण में स्वागत सभा का आयोजन हुआ।

Palitana श्री खरतरगच्छ सम्मलेन हेतु भव्य प्रवेश 14 February 2016

पूज्य गुरुदेव गणाधीश प्रवर सहित विशाल साधु साध्वी मंडल ठाणा 69 का आज पालीताणा तीर्थ में प्रवेश हुआ।

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Shri Ravindra Jain... पद्मश्री रवीन्द्र जैन की प्रस्तुति. स्तवन के बोल है- मोकलसर के महासंत में चमत्कार है भारी

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इंदौर के महावीर बाग़ में संगीतकार पद्मश्री रवीन्द्र जैन की प्रस्तुति  स्तवन के बोल है- मोकलसर के महासंत में चमत्कार है भारी, मणिप्रभ की मणि कांति से झगमग करे दिशाएँ सारी।

Jahaj Mandir जहाज मंदिर की वर्षगांठ 21 फरवरी को... निवेदन है कि वर्षगांठ पर आप अवश्य ही सम्मिलित होकर जिनशासन की शोभा बढावें।

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JahajMandir पूज्य गुरुदेव आचार्य भगवंत श्री जिनकान्तिसागरसूरीश्वरजी म.सा. के समाधि-धाम जहाज मंदिर मांडवला की प्रतिष्ठा की 17वीं वर्षगांठ माघ सुदि 14 ता. 21 फरवरी 2016 को मनाई जायेगी। सतरह भेदी पूजा के साथ ध्वजा चढाई जायेगी। सुबह 9 बजे वरघोडा निकाला जायेगा। उसके बाद झण्डारोहण होगा। प्रात: 10 बजे सभा का आयोजन होगा। जिसमें अतिथियों का बहुमान किया जायेगा। 12 बजे मंदिर जी में परमात्मा के अठारह अभिषेक होंगे। विजय मुहूत्र्त में ध्वजा चढाई जायेगी। निवेदन है कि वर्षगांठ पर आप अवश्य ही सम्मिलित होकर जिनशासन की शोभा बढावें।

Gurudev ko Vandan... Palitana Pravesh 14 February 2016

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Gurudev ko Vandan  Palitana Pravesh 14 February 2016

Navkar prarthna... Namokar Aradhna नवकार आभार प्रार्थना

नमो अरिहंताणं ।। हे अरिहंत प्रभु ! आप परम योग्य हैं ,  आपकी योग्यता को नमस्कार हो। आपकी प्रेरणा से मेरे भीतर की योग्यताएँ प्रकट हो रही हैं इसलिए आपका आभार-आभार-आभार ! नमो सिद्धाणं हे सिद्ध प्रभु !  आप सर्वथा शुद्ध हो । मंज़िल को प्राप्त हो चुके हो। आपकी शुद्ध बुद्ध मुक्त अवस्था को मेरा नमस्कार हो । आपकी प्रेरणा से मैं भी अपनी मंज़िल को प्राप्त हो रहा हूँ इसलिए आपका आभार-आभार-आभार ! धन्यवाद !!

Shri Maniprabhsagarji ms in Surat पूज्य गणाधीशजी का सूरत में ऐतिहासिक प्रवास

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पूज्य गुरुदेव गणाधीश श्री मणिप्रभसागरजी म.सा. पू. मुनि श्री श्रेयांसप्रभसागरजी म. के साथ सूरत संघ की भावभरी विनंती को स्वीकार कर शहादा से तलोदा, वाण्याविहिर, अक्कलकुआ, खापर, सेलंबा, उमरपाडा, मांडवी, कडोद होते हुए ता. 26 जनवरी 2016 को सूरत माँडल टाउन पधारे, जहाँ पूज्यश्री का भव्यातिभव्य स्वागत किया गया।  श्री बाडमेर जैन संघ, सूरत एवं श्री कुशल कान्ति खरतरगच्छ संघ, सूरत के तत्वावधान में पूज्यश्री का भव्य सामैया संपन्न हुआ। ऐसा ऐतिहासिक प्रवेश लोगों ने प्रथम बार देखा। बाहर से बडी संख्या में श्रद्धालुओं का पदार्पण हुआ। 

Ujjain Avanti Parswanath अवन्ति पार्श्वनाथ तीर्थ के चुनाव संपन्न

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Ujjain Avanti Parswanath  श्री अवन्ति पार्श्वनाथ तीर्थ ट्रस्ट, उज्जैन के चुनाव 20 दिसम्बर को संपन्न हुए। जिसमें श्री हीराचंदजी छाजेड अध्यक्ष निर्वाचित हुए। उपाध्यक्ष श्री निर्मलकुमारजी संखलेचा, सचिव श्री चन्द्रशेखरजी डागा, कोषाध्यक्ष के पद पर श्री ललितकुमारजी बाफना चुने गये। श्री रमेशचंदजी बांठिया, विजयचंदजी कोठारी, श्री महेन्द्रकुमारजी गादिया, श्री नरेन्द्रकुमारजी धाकड एवं श्री रजतकुमारजी मेहता ट्रस्टी चुने गये। यह ज्ञातव्य है कि पूज्य गुरुदेव गणाधीश श्री मणिप्रभसागरजी म.सा. की पावन प्रेरणा एवं उनकी निश्रा में अति प्राचीन श्री अवन्ति पार्श्वनाथ तीर्थ का जीर्णोद्धार चल रहा है। इस जीर्णोद्धार की यह विशेषता है कि मूलनायक परमात्मा का उत्थापन किये बिना यह जीर्णोद्धार चल रहा है।

Simandhar swami ji full details सीमंधर स्वामी का अधिक परिचय...

भगवान सीमंधर स्वामी कौन है? भगवान सीमंधर स्वामी वर्तमान तीर्थंकर भगवान हैं, जो हमारी जैसी ही दूसरी पृथ्वी पर विराजमान हैं। उनकी पू जा का महत्व यह है कि उनकी पूजा करने से, उनके सामने झुकने से वे हमें शाश्वत सुख का मार्ग दिखाएँगे और शाश्वत सुख प्राप्त करने का और मोक्ष प्राप्ति का मार्ग दिखाएँगे। भगवान सीमंधर स्वामी कहाँ पर है? महाविदेह क्षेत्र में कुल ३२ देश है, जिसमें से भगवान श्री सीमंधर स्वामी पुष्प-कलावती देश की राजधानी पुंडरिकगिरी में हैं। महाविदेह क्षेत्र हमारी पृथ्वी के उत्तर पूर्व दिशा से लाखों मील की दूरी पर है। सीमंधर स्वामी का अधिक परिचय... भगवान सीमंधर स्वामी का जन्म हमारी पृथ्वी के सत्रहवें तीर्थंकर श्री कुंथुनाथ स्वामी और अठारहवें तीर्थंकर श्री अरनाथ स्वामी के जीवन काल के बीच में हुआ था। भगवान श्री सीमंधर स्वामी के पिताजी श्री श्रेयांस पुंडरिकगिरी के राजा थे। उनकी माता का नाम सात्यकी था। अत्यंत शुभ घड़ी में माता सात्यकी ने एक सुंदर और भव्य रूपवाले पुत्र को जन्म दिया। जन्म से ही बालक में मतिज्ञान, श्रुतज्ञान और अवधि ज्ञान से युक्त थे।

Shri Sukhsagarji ms

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Shri Sukhsagarji ms

Shri Sukhsagarji ms गणनायक महोदय श्री सुखसागरजी म.सा.की 130वीं पुण्यतिथि (28 January 2016) के अवसर पर आराधना-साधना के संकल्प कर शासन और गच्छ के बढ़ोतरी की कामना करें...

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परम् पूज्य क्रियोद्धारक गणनायक महोदय श्री सुखसागरजी म.सा.की 130वीं पुण्यतिथि के अवसर पर आराधना-साधना के संकल्प कर शासन और गच्छ की बढ़ोतरी की कामना करें... पुण्यतिथि दिवस  माघ वदि-4 28 जनवरी 2016  गुरुवार  प्रतिकमण, स्नात्र पूजा, सामायिक, आयम्बिल, एकासना, उपवास, देववन्दन  आदि विविध आराधना कर श्रद्धांजलि अर्पण करें।

AERIAL VIEW of PALITANA TIRTH (GUJARAT) so beautiful video... must see a...गीतकार श्री रवीन्द्र जैन की आवाज में स्वरबद्ध सुंदर भक्तिगीत के साथ पालीताणा (सिद्धाचल) गिरिराज के आकाशीय दर्शन का अद्भुत नजारा... जिसे देखकर भक्त के मन में अवश्य रोमांच का अनुभव होगा...

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Sangh Yatra... बैगानी परिवार जयपुर द्वारा आयोजित... श्री शत्रुंजय छ:री पालित तीर्थयात्रा भावोल्लास के संपन्न ...

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Palitana पूज्य पिताश्री शानुरामजी एवं माताश्री श्रीमती वीरांबाईजी के आशीर्वाद से आयोजित आदर्श नगर, जयपुर निवासी भ्राताद्वय संघवी श्री सुरेशकुमारजी, सुभाषचंदजी बैगानी परिवार द्वारा संघयात्रा का आयोजन किया गया।  इस तीर्थयात्रा में पूज्य गुरुदेव गणाधीश उपाध्याय श्री मणिप्रभसागरजी म.सा. के शिष्य पूज्य मुनिराज श्री मयंकप्रभसागरजी म., मुनि मेहुलप्रभसागरजी म. आदि ठाणा की निश्रा एवं साध्वीवर्या श्री दिव्यप्रभाश्रीजी म. व प्रियदर्शनाश्रीजी म. आदि ठाणा की सानिध्यता प्राप्त हुयी।  पालीताणा में संघ का विश्राम भीनमाल भवन व दक्ष विहार में हुआ। मुनि मेहुलप्रभसागरजी महाराज ने प्रवचन फरमाते हुए कहा- एक व्यक्ति गाडी में बैठकर तीर्थ यात्रा करता है। और एक व्यक्ति पैदल चल कर आज्ञा के अनुसार छह री का पालन करता हुआ तीर्थ यात्रा करता है। इन दोनों यात्राओं में बहुत अन्तर है। गाडी की यात्रा शरीर को आराम देती है। पर पैदल चलकर की जाने वाली यात्रा आत्मा को पावन करती है। 

Moun Egyaras, Moun Ekadashi Vidhi, मौन ग्यारस की विधि।

तारीख़ 21/12/2015 मार्गशीर्ष सुदी ११  मौन इग्यारस मौन इग्यारस  के दिन ➡श्री अरनाथ दीक्षा कल्याणक ➡श्री मल्लिनाथ =जन्म-दीक्षा-केवलज्ञान ➡श्री नमिनाथ केवलज्ञान हुआ था। 👉5 कल्याणको का एक मात्र दिन है। साथ ही तीन काल की अपेक्षा से ➡5 भरत क्षेत्र के 75कल्याणक ➡5 ऐरावत क्षेत्र के 75कल्याणक 👉इस प्रकार 150 कल्याणक एक ही दिन होते है। 👉 इस दिन जो भी धर्म क्रिया करो तो उसका 150 गुना लाभ मिलता है। 👉1 नवकारशी/ चौविहार करने वाले के 15000 वर्ष का नरक का आयुष्य कट जाता है। ✔ शक्य हो तो मौन पूर्वक चौविहार उपवास करके पौषधादि क्रियाओ द्वारा 150 कल्याणको की 150 माला गिने। 🙏🏻 अपने पाप कर्म खपाने का सुनहरा अवसर नही गवाये🙏 इस दिन करने योग्य तप - उपवास, आयम्बिल, एकसना। 🔹जाप मंत्र :- 1) ॐ ह्रीं श्री अरनाथ नाथाय नमः 2) ॐ ह्रीं श्री मल्लिनाथ अर्हते नमः 3) ॐ ह्रीं श्री मल्लिनाथ नाथाय नमः 4) ॐ ह्रीं श्री मल्लिनाथ सर्वज्ञाय नमः 5) ॐ ह्रीं श्री नमिनाथ  सर्वज्ञाय नमः ये 5 मन्त्र की 20 / 20 माला गिनना है। 🔹विधि :- 12 लोगस का काउस्सग् , 12 साथिया उसके ऊपर 12 फल और नैवेद्य रखना और 12 ख

Palitana Sammelan 2016 imp information. पालीताना में खरतरगच्छ का साधू साध्वी श्रावक श्राविका सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है। यह सम्मेलन ता. 1 मार्च 2016 से 12 मार्च 2016 तक होगा। इसमें त्रिदिवसीय खरतरगच्छ श्रावक श्राविका सम्मेलन का आयोजन किया गया है। जिसमें कुल मिलाकर 7 सत्र होंगे।

सम्मेलन के संबंध में सूचना पूज्य गुरुदेव खरतरगच्छाधिपति श्री मणिप्रभसागरजी म.सा. के आदेशानुसार पालीताना में खरतरगच्छ का साधू साध्वी श्रावक श्राविका सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है। यह सम्मेलन ता. 1 मार्च 2016 से 12 मार्च 2016 तक होगा। इसमें त्रिदिवसीय खरतरगच्छ श्रावक श्राविका सम्मेलन का आयोजन किया गया है। जिसमें कुल मिलाकर 7 सत्र होंगे। श्रावक उद्बोधन सत्र में अपने विचारों की अभिव्यक्ति के लिये सकल श्री संघ को सादर आमंत्रण है। निर्णय किया गया है कि जिसे भी अपने विचार सम्मेलन में प्रस्तुत करने हों, उनका नाम स्थानीय संघ द्वारा प्रस्तावित होना अनिवार्य है। आयोजन समिति के पास श्री संघ के लेटर पेड पर अधिकृत पदाधिकारी के हस्ताक्षर युक्त लिखित पत्र प्राप्त होने पर वक्तव्य हेतु उनका नाम वक्ताओं की सूची में अंकित किया जायेगा। इस पत्र के आने के साथ वक्ता द्वारा दिये जाने वाले वक्तव्य का सार स्वरूप भी लिखित में आना अनिवार्य होगा। सकल खरतरगच्छ संघों से निवेदन है कि वे अवश्य ही अपनी ओर से विचार व्यक्त करने हेतु वक्ता का नाम प्रस्तावित करें। सकल श्री संघ से निवेदन है कि आप सभी सम्मेलन में अवश्