Featured Post

Shri JINManiprabhSURIji ms. खरतरगच्छाधिपतिश्री जहाज मंदिर मांडवला में विराज रहे है।

Image
पूज्य गुरुदेव गच्छाधिपति आचार्य प्रवर श्री जिनमणिप्रभसूरीश्वरजी म.सा. एवं पूज्य आचार्य श्री जिनमनोज्ञसूरीजी महाराज आदि ठाणा जहाज मंदिर मांडवला में विराज रहे है। आराधना साधना एवं स्वाध्याय सुंदर रूप से गतिमान है। दोपहर में तत्त्वार्थसूत्र की वाचना चल रही है। जिसका फेसबुक पर लाइव प्रसारण एवं यूट्यूब (जहाज मंदिर चेनल) पे वीडियो दी जा रही है । प्रेषक मुकेश प्रजापत फोन- 9825105823

हुबली दादावाडी में वर्षीतप पारणा संपन्न

श्री आदिनाथ जिन मंदिर एवं श्री जिनकुशलसूरि दादावाडी हुबली के तत्वावधन में वर्षीतप पारणा के उपलक्ष में रत्नत्रयी महोत्सव का आयोजन किया गया। दादावाडी प्रेरिका मारवाड ज्योति श्री सूर्यप्रभाश्रीजी म. सा. एवं स्नेह सुरभि श्री पूर्णप्रभाश्रीजी म. सा. आदि ठाणा की निश्रा में शिष्या साध्वी श्री मनोरमा श्रीजी एवं श्रेयनंदिता श्री के लगातार दूसरे वर्षीतप के पारणे के उपलक्ष में दि 19.4.15 से 21.4.15 तीन दिवस का महोत्सव आयोजित किया गया। तपस्वी साध्वी के साथ साथ अन्य 13 तपस्वियों का भी पारणा दादावाडी में हुआ।
अक्षय तृतीया दिनाक 21.4.15 को वर्षीतप आराधक साध्वीजी के साथ साथ अन्य आराधकों संग वरघोडा का आयोजन किया गया। श्री शांतीनाथ मंदिर कंचगार गली से दादावाडी तक का वरघोडा निकाला गया। दादावाडी पहुँचने पर प्रवचन हाँल में धर्मसभा का आयोजन हुआ। श्री जिनकुशल महिला मंडल ने स्वागत गीतिका प्रस्तुत की तथा श्री जिनकुशल युवा मंच ने नाटय मंचन द्वारा वर्षीतप पारणा का महत्व समझाया।
इस अवसर पर हाँस्पेट-हुवीनहडगली- शिमोगा संघों की विनती को स्वीकार कर आगामी चातुर्मास की घोषणा की गई।
हुवीनहडगली से पधारे वर्षीतप स्वामीवात्सल्य के लाभार्थी एवं आगामी चातुर्मास के सम्पूर्ण लाभार्थी श्री ललितजी छाजेड ने अपने संबोधन में कहा कि आज चातुर्मास की घोषणा से हमारे हृदय मे धर्म की धारा बहने लगी है और हम विश्वास दिलाते हैं कि चातुर्मास अत्यंत एवं पूर्ण सफलता तक पहुँचायेंगे।
शिमोगा  संघ के अग्रणी श्री सुमेरमलजी छाजेड ने कहाँ कि अत्यंत गहन प्रयत्न के बाद चातुर्मास कराने का हमारा सपना साकार हुआ है अत: हम इस चातुर्मास को उतनी गहराई से लेते हुये अपने जीवन मे बदलाव लाने की कोशिश करेगे।
होसपेट संघ के अग्रणी ने संबोधन मे कहाँ कि मधुरभाषी ऐसी साध्वियों का चातुर्मास प्राप्त होना होसपेट संघ के लिये अत्यंत सौभाग्य की बात है।
सागर संघ ने प्रतिष्ठा पर पधारने हेतु साध्वीजी से विनती की। इस अवसर पर मुंबई, चैन्नई, इचलकरणजी, हैदराबाद, कोðुर, मंुडरगी, सांचोर, सोलापुर, वाणी, मेडिया, सूरत, बल्लारी, गंगाबती, गदग, बारडोली, बिजापुर, आदि विभिन्न संघों से बडी संख्या में भक्तगण पधरे थे।

कार्यक्रम का सुन्दर संचालन श्री जैन मरुधर संघ के सहकार्यदर्शा श्री दिनेशजी संघवी ने किया एवं कान्तिचंद टिमरेसा एवं प्रकाश छाजेड ने उसमे सहयोग किया। आभार अशोक छाजेड ने व्यक्त किया।

Comments

Popular posts from this blog

AYRIYA LUNAVAT GOTRA HISTORY आयरिया/लूणावत गोत्र का इतिहास

RANKA VANKA SETH SETHIYA रांका/वांका/सेठ/सेठिया/काला/गोरा/दक गोत्र का इतिहास

RAKHECHA PUGLIYA GOTRA HISTORY राखेचा/पुगलिया गोत्र का इतिहास