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Pujy Kshamakalyan ji ms |
पू. क्षमाकल्याणजी म. का द्विशताब्दी महोत्सव
खरतरगच्छ परम्परा में
पूज्य उपाध्याय श्री क्षमाकल्याणजी म.सा. का नाम अत्यन्त आदर व श्रद्धा के साथ
लिया जाता है। वर्तमान में खरतरगच्छीय साधु साध्वीजी भगवंत जो वासचूर्ण का उपयोग
करते हैं, उसे संपूर्ण विधि
विधान के साथ उन्होंने ही अभिमंत्रित किया था। तब से दीक्षा, बडी दीक्षा आदि प्रत्येक विधि विधान में
पूज्यश्री का नाम लेकर वासक्षेप डाली जाती है।
परम पूज्य गुरुदेव खरतरगच्छाधिपति आचार्य देव
श्री जिनमणिप्रभसूरीश्वरजी म.सा. की सेवा में बीकानेर जैन श्वेताम्बर
खरतरगच्छ श्री संघ का प्रतिनिधि मंडल, अध्यक्ष श्री पन्नालालजी खजांची के नेतृत्व में दुर्ग पहुँचा।
उन्होंने पूज्यश्री से बीकानेर पधार कर महोपाध्याय श्री क्षमाकल्याणजी म.सा. का
द्विशताब्दी महोत्सव में निश्रा एवं मार्गदर्शन प्रदान करने की विनंती की।
आगामी
28 दिसम्बर 2016 को दो सौ वर्ष पूर्ण हो रहे हैं। इस अवसर पर
बीकानेर संघ ने पूज्य गच्छाधिपति की आज्ञा से द्विशताब्दी महोत्सव मनाने का निर्णय किया है। बीकानेर श्री संघ की विनंती स्वीकार
कर पूज्य आचार्यश्री ने साध्वी श्री कल्पलताश्रीजी म. आदि ठाणा को निश्रा प्रदान
करने का आदेश प्रदान किया।
पूज्य साध्वीजी म. शंखेश्वर से कार्तिक पूर्णिमा को विहार कर बीकानेर पधारेंगे। उनकी पावन निश्रा में
पूज्य क्षमाकल्याणजी म. का द्विशताब्दी महोत्सव आयोजित किया जायेगा।
बीकानेर संघ ने रेल दादावाडी के 400 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में विराट
महोत्सव मनाने की विनंती भी पूज्यश्री से की। और निवेदन किया कि यह महोत्सव आपश्री
की निश्रा में ही आयोजित करना है। इसके लिये चार-छ: महिना देर हो तो भी स्वीकार्य
है। पर आपश्री को बीकानेर पधारना ही है।
पूज्यश्री ने देश-काल भाव देख कर आगामी चातुर्मास के बाद बीकानेर में महोत्सव आयोजित करने की
स्वीकृति प्रदान की। जिसे श्रवण कर बीकानेर श्री संघ में परम आनंद छा गया।
प्रेषक
पन्नालाल खजांची,
अध्यक्ष
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