Featured Post

Shri JINManiprabhSURIji ms. खरतरगच्छाधिपतिश्री जहाज मंदिर मांडवला में विराज रहे है।

Image
पूज्य गुरुदेव गच्छाधिपति आचार्य प्रवर श्री जिनमणिप्रभसूरीश्वरजी म.सा. एवं पूज्य आचार्य श्री जिनमनोज्ञसूरीजी महाराज आदि ठाणा जहाज मंदिर मांडवला में विराज रहे है। आराधना साधना एवं स्वाध्याय सुंदर रूप से गतिमान है। दोपहर में तत्त्वार्थसूत्र की वाचना चल रही है। जिसका फेसबुक पर लाइव प्रसारण एवं यूट्यूब (जहाज मंदिर चेनल) पे वीडियो दी जा रही है । प्रेषक मुकेश प्रजापत फोन- 9825105823

बीकानेर में श्री क्षमाकल्याणजी महोत्सव मनाया जायेगा

Pujy Kshamakalyan ji ms
पू. क्षमाकल्याणजी म. का द्विशताब्दी महोत्सव
        खरतरगच्छ परम्परा में पूज्य उपाध्याय श्री क्षमाकल्याणजी म.सा. का नाम अत्यन्त आदर व श्रद्धा के साथ लिया जाता है। वर्तमान में खरतरगच्छीय साधु साध्वीजी भगवंत जो वासचूर्ण का उपयोग करते हैं, उसे संपूर्ण विधि विधान के साथ उन्होंने ही अभिमंत्रित किया था। तब से दीक्षा, बडी दीक्षा आदि प्रत्येक विधि विधान में पूज्यश्री का नाम लेकर वासक्षेप डाली जाती है।
    परम पूज्य गुरुदेव खरतरगच्छाधिपति आचार्य देव श्री जिनमणिप्रभसूरीश्वरजी म.सा. की सेवा में बीकानेर जैन श्वेताम्बर खरतरगच्छ श्री संघ का प्रतिनिधि मंडल, अध्यक्ष श्री पन्नालालजी खजांची के नेतृत्व में दुर्ग पहुँचा। उन्होंने पूज्यश्री से बीकानेर पधार कर महोपाध्याय श्री क्षमाकल्याणजी म.सा. का द्विताब्दी महोत्सव में निश्रा एवं मार्गदर्शन प्रदान करने की विनंती की।
आगामी 28 दिसम्बर 2016 को दो सौ वर्ष पूर्ण हो रहे हैं। इस अवसर पर बीकानेर संघ ने पूज्य गच्छाधिपति की आज्ञा से द्विताब्दी महोत्सव मनाने का निर्णय किया है। बीकानेर श्री संघ की विनंती स्वीकार कर पूज्य आचार्यश्री ने साध्वी श्री कल्पलताश्रीजी म. आदि ठाणा को निश्रा प्रदान करने का आदे प्रदान किया।
पूज्य साध्वीजी म. शंखेश्वर से कार्तिक पूर्णिमा को विहार कर बीकानेर पधारेंगे। उनकी पावन निश्रा में पूज्य क्षमाकल्याणजी म. का द्विताब्दी महोत्सव आयोजित किया जायेगा।
बीकानेर संघ ने रेल दादावाडी के 400 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में विराट महोत्सव मनाने की विनंती भी पूज्यश्री से की। और निवेदन किया कि यह महोत्सव आपश्री की निश्रा में ही आयोजित करना है। इसके लिये चार-छ: महिना देर हो तो भी स्वीकार्य है। पर आपश्री को बीकानेर पधारना ही है।
पूज्यश्री ने देश-काल भाव देख कर आगामी चातुर्मास के बाद बीकानेर में महोत्सव आयोजित करने की स्वीकृति प्रदान की। जिसे श्रवण कर बीकानेर श्री संघ में परम आनंद छा गया।
प्रेषक
पन्नालाल खजांची,
अध्यक्ष

Comments

Popular posts from this blog

AYRIYA LUNAVAT GOTRA HISTORY आयरिया/लूणावत गोत्र का इतिहास

RANKA VANKA SETH SETHIYA रांका/वांका/सेठ/सेठिया/काला/गोरा/दक गोत्र का इतिहास

RAKHECHA PUGLIYA GOTRA HISTORY राखेचा/पुगलिया गोत्र का इतिहास