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Shri JINManiprabhSURIji ms. खरतरगच्छाधिपतिश्री जहाज मंदिर मांडवला में विराज रहे है।

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पूज्य गुरुदेव गच्छाधिपति आचार्य प्रवर श्री जिनमणिप्रभसूरीश्वरजी म.सा. एवं पूज्य आचार्य श्री जिनमनोज्ञसूरीजी महाराज आदि ठाणा जहाज मंदिर मांडवला में विराज रहे है। आराधना साधना एवं स्वाध्याय सुंदर रूप से गतिमान है। दोपहर में तत्त्वार्थसूत्र की वाचना चल रही है। जिसका फेसबुक पर लाइव प्रसारण एवं यूट्यूब (जहाज मंदिर चेनल) पे वीडियो दी जा रही है । प्रेषक मुकेश प्रजापत फोन- 9825105823

बाडमेर की कुशल वाटिका का कार्य प्रगति पर

बाडमेर-अहमदाबाद मुख्य मार्ग पर चौहटन निवासी श्री आसुलालजी डोसी परिवार द्वारा समर्पित 150 बीघा विशाल भूखण्ड पर कुशल वाटिका कार्य प्रगति पर है।

पूजनीया बहिन . डाँ. विद्युत्प्रभाश्रीजी .सा. की पावन प्रेरणा से बन रही यह कुशल वाटिका शिक्षा जगत को समर्पित है।
पूजनीया बहिन . ने एक सपना देखा था कि समाज में जब तक संस्कार युक्त शिक्षा का वातावरण नहीं बनेगा, तब तक भावी पीढी में धर्म की स्थापना नहीं हो सकती।
इसी सपने को साकार करने के लिये ट्रस्ट मंडल अथक प्रयास कर रहा है। योजना के अन्तर्गत स्कूल की आलीशान बिल्डींग तैयार होकर शिक्षा प्रारंभ हो चुकी है। गत वर्ष से प्रारंभ इस स्कूल में अभी 400 छात्र अंग्रेजी माध्यम से संस्कारी शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। मात्र एक वर्ष में इस स्कूल ने शहर में अपनी विशिष्ट छाप अंकित की है।
कुशल वाटिका में जिन मंदिर, दादावाडी, धर्मशाला, उपाश्रय, प्रवचन हाँल, भोजनशाला, कार्यालय, प्याऊ, संघ भवन, आयंबिल भवन आदि का निर्माण हो चुका है। दूसरी स्कूल विशाल छात्रावास का निर्माण कार्य तीव्र गति से चल रहा है। जिन मंदिर दादावाडी का कार्य पूर्णाहुति पर है। भविष्य में यहाँ 56 फीट ऊँचे समवशरण पर 52 फीट की दादा गुरूदेव श्री जिनकुशलसूरि की दर्शनीय प्रतिमा बिराजमान होगी। साथ ही यहाँ काँलेज, भक्ति आश्रम, विशाल चिकित्सालय, गोशाला आदि का निर्माण अगले चरण में होगा।
आगामी माघ सुदि 3, ता. 13 फरवरी 2013 को इसकी प्रतिष्ठा पूज्य उपाध्याय श्री मणिप्रभसागरजी .सा. की पावन निश्रा में संपन्न होगी।
ट्रस्ट के अध्यक्ष श्री भँवरलालजी छाजेड मुंबई, प्रतिष्ठा समिति के संयोजक संघवी श्री तेजराजजी गुलेच्छा बैंगलोर तथा महामंत्री श्री दीपचंदजी बाफना इस प्रतिष्ठा को ऐतिहासिक बनाने के लिये पूरी तैयारी कर रहे हैं। उन्होंने पिछले दिनों इस प्रतिष्ठा से सभी को जोडने के लिये मालेगाँव, इचलकरंजी, सूरत आदि शहरों का दौरा किया।
इस प्रतिष्ठा महोत्सव को विराट् रूप दिया जा रहा है। इस हेतु प्रतिष्ठा महोत्सव समिति की रचना की गई है। जिसमें संघवी श्री पुखराजजी भंसाली हाडेचा वालों को चेयरमेन, श्री बाबुलालजी डोसी जयपुर को अध्यक्ष, श्री मांगीलालजी मालू को उपसंयोजक, अमृतलालजी जैन को महामंत्री बनाया गया है। साथ ही संघवी श्री अशोकजी भंसाली, श्री मनोहरजी कानूगो, श्री मेवारामजी घीया, श्री गजेन्द्रजी भंसाली, श्री ओमप्रकाशजी मंडोवरा को सहसंयोजक का पद प्रदान किया गया है।
प्रतिष्ठा संबंधी तमाम व्यवस्थाओं का निर्धारण समायोजन का उत्तरदायित्व समायोजक संघवी श्री विजयराजजी डोसी बैंगलोर सम्हाल रहे हैं। जबकि स्वागताध्यक्ष का उत्तरदायित्व श्री मेवारामजी जैन {विधायक बाडमेर} निभायेंगे।
ट्रस्ट के अध्यक्ष श्री भँवरलालजी छाजेड ने बताया कि कुशल वाटिका के प्रति सभी जगहों पर बहुत ही सुन्दर वातावरण बना हुआ है। अर्थ सहयोग के लिये भी श्रद्धालु लोग सामने से अपनी राशि अर्पण कर रहे हैं।
मुंबई नगर में पूज्य उपाध्याय श्री मणिप्रभसागरजी .सा. ने अपने प्रवचन में कुशल वाटिका की पूरी योजना विस्तार से समझाई। आम लोगों की प्रतिक्रिया रही कि कुशल वाटिका समाज की एक अनूठी और उपयोगी धरोहर है। यह योजना हमारे समाज के लिये सर्च लाइट का कार्य करेगी।

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