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Shri JINManiprabhSURIji ms. खरतरगच्छाधिपतिश्री जहाज मंदिर मांडवला में विराज रहे है।

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पूज्य गुरुदेव गच्छाधिपति आचार्य प्रवर श्री जिनमणिप्रभसूरीश्वरजी म.सा. एवं पूज्य आचार्य श्री जिनमनोज्ञसूरीजी महाराज आदि ठाणा जहाज मंदिर मांडवला में विराज रहे है। आराधना साधना एवं स्वाध्याय सुंदर रूप से गतिमान है। दोपहर में तत्त्वार्थसूत्र की वाचना चल रही है। जिसका फेसबुक पर लाइव प्रसारण एवं यूट्यूब (जहाज मंदिर चेनल) पे वीडियो दी जा रही है । प्रेषक मुकेश प्रजापत फोन- 9825105823

पूज्य गुरुदेवश्री को जन्मदिवस पर हार्दिक बधाई आप चिरायु हो... हमें आशीर्वाद मिलता रहे... Date 04-03-2015

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पूज्य गुरुदेवश्री को जन्मदिवस पर हार्दिक बधाई  आप चिरायु हो... हमें आशीर्वाद मिलता रहे... Date 04-03-2015

परम पूज्य मरुधरमणि उपाध्याय श्री मणिप्रभसागरजी म. कर पत्र

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ब्रहमसर दादावाडी में 18-2 को सुबह दादा जिनकुशल गुरू मेला समारोहपूर्वक प्रारम्भ हुआ। प्रत्यक्ष प्रगट प्रभावी खरतरगच्छीय जैनाचार्य जिन कुशल सूरिजी महाराज की 682वीं पुण्यतिथि के उपलक्ष में परम पूज्य वसीमालानी रत्न शिरोमणि मुनि मनोज्ञसागरजी म. व तपस्वी मुनि नयज्ञसागरजी म. व साध्वी डाॅ. लक्ष्यपूर्णाश्रीजी म. आदि ठाणा की पावन निश्रा में भव्य उल्लास पूर्वक संपन्न हुआ।

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धर्मसभा को सम्बोधित करते हुए मुनि मनोज्ञसागरजी ने कहा कि दादा गुरुदेव यहां प्रत्यक्ष है। कुशलगुरुदेव के गुणों का स्मरण करते हुए कहा कि यहां का कण कण गुरुदेव की महिमा गा रहा है। यहां पर की गई भक्ति का फल अवष्य मिलता है।

Pranam Gurudev ।। स्वीकार करो दादा प्रणाम हमारा है ।।

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अरदास हमारी है आधार तुम्हारा है स्वीकार करो दादा प्रणाम हमारा है नैनो में रंगे हो तुम मेरे दिल में बसे हो तुम अर्जी स्वीकार करो भवसागर पार करो फिर हाथ फिरा करके मेरा उद्धार करो गिरते को उठाना तो दादा काम तुम्हारा है स्वीकार करो दादा प्रणाम हमारा है 👏👏👏👏

Dada Gurudev ।।। दादा गुरुदेव का भजन  ।।।

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बोलिये दादा जिनकुशलसुरि गुरुदेव की जय         ।।। दादा गुरुदेव का भजन   ।।। देराउर में स्वर्ग हुवो वो मालपुरा में दर्श दियो.... माँ जैसल थारो पूत कठे वो कुशलसुरी गुरुदेव कठे हो सिवाना में जन्म लियो, हो..... वो मंत्रीश्वर रो लाल कठे         माँ जैसल.... मैं बांच्यो है इतिहासों में मायड़ थे ऐडा पूत जणाया थे नाम लजाओ नहीं थारो कलयुग में थे अवतार हुआ "छाजेड़" गौत्र उद्धार कियो हो.... वो कुशल सूरी गुरुदेव कठे          माँ जैसल.... वो धरती देराउर री जहाँ गुरुदेव का स्वर्ग हुआ एक भक्त री पुकार सुणी ने वो मालपुरा धाम बना हो अमावस री पूनम कीनी....हो.... वो कुशलसुरी गुरुदेव कठे।       माँ जैसल थारो....

कई गुरुवर इस दुनिया में, सबके रूप सुहाने हैं, मालपुरा में जो सजकर बैठा, हम उसके दिवाने हैं।

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बोलिये दादा जिनकुशल गुरुदेव की जय

मालपुरा दादा गुरुदेव चरण के आज के दर्शन।।। आज 18 फ़रवरी को प्रगट प्रभावी चौरासी गच्छ श्रंगारहार जंगम युग प्रधान भटारक खरतरगच्छ चारित्र चूड़ामणि तीसरे दादा श्री जिन कुशलसूरीश्वर जी म.सा. की 682 वीं स्वर्गारोहण जयंती समारोह बड़े हर्षोउल्लास से मनाया जा रहा है । उनका संक्षिप्त परिचय-

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आज 18 फ़रवरी को प्रगट प्रभावी चौरासी गच्छ श्रंगारहार जंगम युग प्रधान भटारक खरतरगच्छ चारित्र चूड़ामणि तीसरे दादा श्री जिन कुशलसूरीश्वर जी म.सा. की 682 वीं स्वर्गारोहण जयंती समारोह बड़े हर्षोउल्लास से मनाया जा रहा है । उनका संक्षिप्त परिचय- आपका जन्म राजस्थान के बाडमेर में गढ सिवाना में विक्रम स्वंत्त 1337 में छाजेड गोत्र में हुवा , आपके बचपन का नाम करमन था । आप व्याकरण न्याय साहित्य अलंकार ज्योतिष मंत्र तंत्र चित्राकव्य समस्या पूर्ति और जैन दर्शन के अभूतपर्व विद्वान् थे । आप भक्तों के रोम रोम में बसे हुवे हो जब भी भक्त आपको याद करते हैं ,आप तुरंत हाजिर हो जाते हो ,आपके राजस्थान में आज भी जयपुर में मालपुरा , जैसलमेर में बरमसर ,और बीकानेर में नाल दादावाडी हैं, जहा आपने अपने भक्तो को देवलोक होने के बाद दर्शन दिए और उनका मनोरथ पूरा किया । आपके चमत्कार अनगिनत हैं क्यों की आप सदैव भक्तो के लिए ही बने ,चाहे लुनिया जी श्रावक का आज के पाकिस्तान से अपनी बेटियों का शील बचाने के लिए बरमसर आना. एक शासन श्रावक भक्त को मालपुरा में साक्षात दर्शन देना करमचंद बछावत के मंत्री वरसिंह की प्रबल इच्छा का

Chennai me Diksha 25 April 2015 ko

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मुनिराज श्री मनोज्ञसागरजी म. जैसलमेर में गाजे-बाजे के साथ नगर प्रवेश जैन ट्रस्ट जैसलमेर व जैन श्री संघ की ओर से आज गड़ीसर चौराहे पर जैन मुनि पूज्य वसी मालाणी रत्न शिरोमणि ब्रहमसर तीर्थोद्धारक पू. मुनिराज श्री मनोज्ञसागरजी म.सा. एवं बालतपस्वी मुनि श्री नयज्ञसागरजी म.सा. का गाजे-बाजे के साथ स्वर्णनगरी में नगर प्रवेश करवाया। नाकोड़ा भवन में सभा भवन में मुनि मनोज्ञसागर जी म.सा. ने आए हुए सभी जैनधर्मावलम्बियों को संबोधित किया। आगामी भव्य दादा जिनकुशल गुरु मेला एवं तृतीय वार्षिक ध्वजारोहण महोत्सव दिनांक - 18 से 19 फरवरी तक ब्रहमसर तीर्थ में आयोजित होगा इस आयोजन को प.पू. मुनि श्री मनोज्ञसागर जी म.सा. अपनी निश्रा प्रदान करेंगे।

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आज १५ फरवरी २०१५ प.पू. गुरुदेव मुनि मनोज्ञसागर जी म.सा. ठाणा २ का जैसलमेर मे जैन श्री संघ व्दारा भव्य नगर परवेश करवाया गया... 16 फ़रवरी  शाम  को पू.गुरुदेव लौदरवा तीर्थ पधारेगें ता० १७ फरवरी को दोपहर तक गुरुदेव बरमसर गांव पधारेगें १८ फरवरी को सुबह कुशल धाम बरमसर तीर्थ पधारेगें l shree Manogyasagar ji ms

जहाज मंदिर वर्षगांठ संपन्न... श्री जिनकान्तिसागरसूरि स्मारक जहाज मंदिर की 16वीं वर्षगांठ पूज्य गुरुदेव आचार्यश्री के शिष्य पूज्य मुनिराज श्री मनोज्ञसागरजी म. पू. मुनि श्री नयज्ञसागरजी म. की पावन निश्रा में ता. 2 फरवरी 2015 को मनाई गई। अठारह अभिषेक करवाये गये। सतरह भेदी पूजा पढाने के साथ शिखर पर ध्वजा चढाई गई। मुख्य ध्वजा के अमर लाभार्थी श्री पारसमलजी भानमलजी छाजेड परिवार की ओर से उनके परिवार ने ध्वजा चढाई। इस अवसर पर पूजनीया साध्वी श्री मुक्तिप्रियाश्रीजी म.सा. आदि ठाणा का ट्रस्ट के आग्रह पर पदार्पण हुआ।

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जहाज मंदिर वर्षगांठ संपन्न...  श्री जिनकान्तिसागरसूरि स्मारक जहाज मंदिर की 16 वीं वर्षगांठ पूज्य गुरुदेव आचार्यश्री के शिष्य पूज्य मुनिराज श्री मनोज्ञसागरजी म . पू . मुनि श्री नयज्ञसागरजी म . की पावन निश्रा में माघ सुदि 14 सोमवार ता . 2 फरवरी 2015 को मनाई गई। अठारह अभिषेक करवाये गये। सतरह भेदी पूजा पढाने के साथ शिखर पर ध्वजा चढाई गई। मुख्य ध्वजा के अमर लाभार्थी श्री पारसमलजी भानमलजी छाजेड परिवार की ओर से उनके परिवार ने ध्वजा चढाई। इस अवसर पर पूजनीया साध्वी श्री मुक्तिप्रियाश्रीजी म . सा . आदि ठाणा का ट्रस्ट के आग्रह पर पदार्पण हुआ।

साधु साध्वी समाचार...

0 पूज्य ब्रह्मसर तीर्थोद्धारक मुनि श्री मनोज्ञसागरजी म . सा . पूज्य मुनि श्री नयज्ञसागरजी म . सा . अहमदाबाद से विहार कर डीसा , पांथावाडा , भीनमाल होते हुए जहाज मंदिर मांडवला गुरु धाम पधारे। ता . 2 फरवरी को उनकी पावन निश्रा में जहाज मंदिर की वर्षगांठ मनाई गई। वहाँ से वे विहार कर ब्रह्मसर पधारेंगे। 0 पूज्य मुनि श्री मुक्तिप्रभसागरजी म . मनीषप्रभसागरजी म . चौहटन उपधान की संपन्नता के पश्चात् विहार कर जैसलमेर , अमरसागर , ब्रह्मसर आदि तीर्थों की यात्रा करते हुए लौद्रवपुर पधारे , जहाँ उनकी निश्रा में 26 जनवरी को जीर्णोद्धार कृत दादावाडी की प्रतिष्ठा संपन्न हुई। तत्पश्चात् वहाँ से पोकरण होते हुए फलोदी   पधारे । वहाँ उनकी निश्रा में 11 फरवरी को दादावाडी की प्रतिष्ठा संपन्न होगी। 0 पूज्य मुनि श्री मयंकप्रभसागरजी म . मेहुलप्रभसागरजी म . सा . सूरत बडौदा होते हुए खंभात पधारे। खरतरगच्छ के आराध्य देव श्री स्तंभन पाश्र्वनाथ परमात्मा की यात्रा संपन्न की। वहाँ से विहार कर ता . 2

तमिलनाडु प्रान्त के तिरूपुर नगर में श्री पाश्र्वनाथ परमात्मा के शिखरबद्ध मंदिर एवं दादावाडी की अंजनशलाका प्रतिष्ठा पूज्य गुरुदेव उपाध्याय श्री मणिप्रभसागरजी म.सा. पूज्य मुनि श्री विरक्तप्रभसागरजी म.सा. एवं पू. छत्तीसगढ़ रत्ना महत्तरा साध्वी श्री मनोहरश्रीजी म.सा. की शिष्या पू. साध्वी श्री तरूणप्रभाश्रीजी म. तथा पू. साध्वी श्री विमलप्रभाश्रीजी म. की शिष्या पू. साध्वी श्री मयूरप्रियाश्रीजी म., आदि साध्ाु-साध्वी मंडल की पावन निश्रा में ता. 26 जनवरी 2015 को अत्यन्त आनंद व हर्षोल्लास के साथ संपन्न हुई।

तिरूपुर में दादावाडी की प्रतिष्ठा संपन्न इस नगर में विहार करते हुए 15 वर्ष पूर्व पध्ाारे पू . साध्वी श्री हेमप्रभाश्रीजी म . सा . ने इस नगर में दादावाडी बनाने की प्रेरणा दी। संघ का गठन हुआ। चार पांच वर्ष श्री मनोजकुमारजी हरण पध्ाारे। और जिन मंदिर दादावाडी का भूमिपूजन , खात मुहूर्त्त व शिलान्यास संपन्न हुआ।   महोत्सव का प्रारंभ 19 जनवरी को कुंभ स्थापना से हुआ। ता . 23 जनवरी को पूज्य गुरु भगवंतों का मंगल प्रवेश हुआ। ता . 25 जनवरी को भव्यातिभव्य शोभायात्रा का आयोजन श्री सुवििध्ानाथ मंदिर से किया गया। समस्त जैन समाज के अलावा तमिल समाज के लोगों का सहयोग पूर्ण रहा।

चेन्नई नगर में ता. 2 मई 2015 को वैराग्यवती कुमारी ममता बरडिया की भागवती दीक्षा पूज्य गुरुदेव उपाध्यायश्री मणिप्रभसागरजी म.सा. एवं पू. पाश्र्व मणि तीर्थ प्रेरिका साध्वी श्री सुलोचनाश्रीजी म. सुलक्षणाश्रीजी म. आदि की निश्रा में चूले में आयोजित होगी।

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चेन्नई में एक और दीक्षा होगी चेन्नई नगर में ता . 2 मई 2015 को वैराग्यवती कुमारी ममता बरडिया की भागवती दीक्षा पूज्य गुरुदेव उपाध्यायश्री मणिप्रभसागरजी म . सा . एवं पू . पाश्र्व मणि तीर्थ प्रेरिका साध्वी श्री सुलोचनाश्रीजी म . सुलक्षणाश्रीजी म . आदि की निश्रा में चूले में आयोजित होगी। यह ज्ञातव्य है कि कुमारी ममता की बडी बहिन पूजनीया साध्वी श्री सुलोचनाश्रीजी म . सा . के पास दीक्षित है।

कोयम्बतूर में ता. 2 फरवरी को मंगल मुहूत्र्त में परमात्मा स्तंभन पाश्र्वनाथ, दादा गुरुदेव श्री जिनदत्तसूरि, नाकोडा भैरव, घंटाकर्ण महावीर, श्री अंबिका देवी, श्री सरस्वती देवी, श्री काला गोरा भैरव, श्री पाश्र्व यक्ष एवं श्री पद्मावती देवी की प्रतिष्ठा की गई। मंदिर दादावाडी की प्रतिष्ठा संपन्न

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तमिलनाडु के कोयम्बतूर नगर में श्री झाबक परिवार द्वारा स्वद्रव्य से निर्मित श्री स्तंभन पाश्र्वनाथ जिन मंदिर एवं श्री जिनदत्तसूरि दादावाडी की अंजनशलाका प्रतिष्ठा पूज्य गुरुदेव उपाध्याय श्री मणिप्रभसागरजी म . सा . पूज्य मुनि श्री विरक्तप्रभसागरजी म . सा . एवं पूजनीया महत्तरा साध्वी श्री मनोहरश्रीजी म . सा . की शिष्या पूजनीया साध्वी श्री तरूणप्रभाश्रीजी म .   एवं पूजनीया महत्तरा श्री चंपाश्रीजी म . जितेन्द्रश्रीजी म . की शिष्या पूजनीया साध्वी श्री विमलप्रभाश्रीजी म . आदि के पावन सानिध्य में परम भक्ति भावना के वातावरण में संपन्न हुई।    ता  2   फरवरी   को   मंगल   मुहूत्र्त   में   परमात्मा   स्तंभन   पाश्र्वनाथ ,   दादा   गुरुदेव   श्री   जिनदत्तसूरि ,   नाकोडा   भैरव ,   घंटाकर्ण   महावीर ,   श्री   अंबिका   देवी ,   श्री   सरस्वती   देवी ,   श्री   काला   गोरा   भैरव ,   श्री   पाश्र्व   यक्ष   एवं   श्री   पद्मावती   देवी   की   प्रतिष्ठा   की   गई।

गलती निकालने की प्रवृत्ति रूग्ण मानसिकता का प्रतिबिम्ब है। और इसी से आदमी जीवन को दु:खमय बनाता है। अपने दोषों का अवलोकन करके सुध्ाारने का प्रयास करने में ही जीवन की सार्थकता है। और इसी से मन निर्विकार परमात्म स्वरूप का प्राप्त हो सकता है।

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नवप्रभात 0 उपाध्याय मणिप्रभसागरजी म. एक कलाकार ने प्रतिमा का निर्माण किया था। प्रतिमा बहुत ही सुन्दर बनी थी। एक व्यक्ति बडे ध्यान से उस प्रतिमा का निरीक्षण कर रहा था। कलाकार ने पूछा- कैसी बनी है प्रतिमा! कोई कमी तो नहीं रह गई है। आप जिस ढंग से प्रतिमा का अवलोकन कर रहे हैं, उससे ज्ञात होता है कि आप एक अनुभवी पारखी आदमी है। इस प्रतिमा के संदर्भ में कोई सुझाव हो तो बतायें। उस व्यक्ति ने कहा- प्रतिमा तो बहुत सुन्दर बनी है। पर इसका दायां गाल थोडा ज्यादा उपसा हुआ है। थोडा कम करेंगे तो प्रतिमा सर्वथा निर्दोष हो जायेगी।

जैसलमेर- लौद्रवा तीर्थ की पुरातत्व वास्तु शिल्प का महत्व लिये प्राचीन दादावाड़ी के परिसर में दि.26 जनवरी 2015 को मुनि मुक्तिप्रभसागरजी म. व मुनि मनीषप्रभसागरजी म.सा. व साध्वी मण्डल की पावन सानिध्य में जीर्णोध्दारित दादावाड़ी की भव्य प्रतिष्ठा उल्लास के साथ सम्पन्न हुयी।

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प्रतिष्ठा महोत्सव का मांगलिक कार्यक्रम 11.30 बजे प्रारम्भ होकर विजय मुर्हत में ॐ पुण्याहं पुण्याहं प्रियंताम् प्रियंताम् के साथ ही सभी दादा गुरूदेवो की प्रतिमा व गुरूमूर्ति के साथ काला भैरव. गोरा भेरव आदि जिनबिम्बो की भव्य प्रतिष्ठा विधि विधान से मुनिश्री ने सम्पन्न कराया । नूतन ध्वजदण्ड स्थापित कर नई ध्वजा फहराई गई । इस अवसर पर मुनिश्री व साध्वी मंडल को जैन ट्रस्ट जैसलमेर व जिनदतसूरि जैन मंडल चैन्नई की ओर से काम्बली ओढाई गई। इस अवसर पर सभी गुरूभक्तो व विदेशो से आये मेहमानो ने नृत्य कर हर्शोल्लास से प्रतिश्ठा महोत्सव सम्पन कराया । इस अवसर पर फले चुंदड़ी की लाभ जिनदत्तसूरी जैन मण्डल चैन्नई के सदस्यो द्वारा लिया गया । दोपहर में दादागुरू देव की महापूजन प्रतिश्ठा लाभार्थी परिवार द्वारा कराई गई। प्राचीन दादावाडी का जीर्णोद्धार श्री जैन ट्रस्ट जैसलमेर के आदेश से श्री जिनदत्तसूरि मंडल, चेन्नई के तत्वावधान में चेन्नई फलोदी निवासी श्री गोपीचंदजी गणपतलालजी गोलेच्छा, श्री लालचंदजी अशोककुमारजी लोढा व नागोर निवासी श्री सोहनलालजी अजीतकुमारजी लूणावत द्वारा संपन्न करवाया गया है।

श्री रवीन्द्रजी जैन, गीतकार संगीतकार को भारत सरकार की ओर से पद्मश्री उपाधि मिलने पर जहाज मंदिर परिवार की तरफ से हार्दिक बधाई...

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INVITATION पूज्य गुरुदेव आचार्य भगवंत श्री जिनकान्तिसागरसूरीश्वरजी म.सा. के समाधि-धाम जहाज मंदिर मांडवला की प्रतिष्ठा की 16वीं वर्षगांठ ता. 2 फरवरी 2015 को मनाई जायेगी।

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पूज्य गुरुदेव आचार्य भगवंत श्री जिनकान्तिसागरसूरीश्वरजी म.सा. के समाधि-धाम जहाज मंदिर मांडवला की प्रतिष्ठा की 16वीं वर्षगांठ माघ सुदि 14 ता. 2 फरवरी 2015 को मनाई जायेगी। सतरह भेदी पूजा के साथ ध्वजा चढाई जायेगी। पूजनीया साध्वी श्री मुक्तिप्रियाश्रीजी म.सा. आदि ठाणा इस समारोह को निश्रा प्रदान करेंगे। सुबह 9 बजे वरघोडा निकाला जायेगा। उसके बाद झण्डारोहण होगा। तत्पश्चात् पूज्याश्री का मंगल प्रवचन होगा। परमात्मा के अठारह अभिषेक होंगे। विजय मुहूत्र्त में ध्वजा चढाई जायेगी। More information please contact  Vimal Jain 0964 964 0451

लौद्रवपुर दादावाडी की प्रतिष्ठा 26 जनवरी को पूज्य मुनिराज श्री मुक्तिप्रभसागरजी म. पूज्य मनीषप्रभसागरजी म. की पावन निश्रा में संपन्न होगी। त्रिदिवसीय परमात्म भक्ति महोत्सव आयोजित होगा। लाभार्थी परिवार एवम् जैन ट्रस्ट द्वारा सभी धर्मप्रेमियों को पधारने का हार्दिक निवेदन है।

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श्री लोद्रवपुर  तीर्थ  स्थित प्राचीन दादावाडी का जीर्णोद्धार श्री जैन ट्रस्ट जैसलमेर के आदेश से श्री जिनदत्तसूरि मंडल, चेन्नई के तत्वावधान में चेन्नई फलोदी निवासी श्री गोपीचंदजी गणपतलालजी गोलेच्छा, श्री लालचंदजी अशोककुमारजी लोढा व नागोर निवासी श्री सोहनलालजी अजीतकुमारजी लूणावत द्वारा संपन्न करवाया गया है। इस दादावाडी की प्रतिष्ठा पूज्य गुरुदेव आचार्य भगवंत श्री जिनकान्तिसागरसूरीश्वरजी म.सा. के शिष्य प्रशिष्य पूज्य मुनिराज श्री मुक्तिप्रभसागरजी म. पूज्य मनीषप्रभसागरजी म. की पावन निश्रा में ता. 26 जनवरी 2015 को शुभ मुहूर्त में संपन्न होगी। इस अवसर पर त्रिदिवसीय परमात्म भक्ति महोत्सव आयोजित होगा। लाभार्थी परिवार एवम् जैन ट्रस्ट द्वारा सभी धर्मप्रेमियों को पधारने का हार्दिक निवेदन है। संपर्क मुकेश गोलेच्छा   09444454062

सिंधनूर निवासी श्री महावीरजी नाहर की सुपुत्री कुमारी शिल्पा नाहर की भागवती दीक्षा ज्येष्ठ सुदि 11 शुक्रवार ता. 29 मई 2015 को सिंधनूर नगर-KNTK में होगी।

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सिंधनूर निवासी श्री महावीरजी नाहर की सुपुत्री कुमारी शिल्पा नाहर की भागवती दीक्षा ज्येष्ठ सुदि 11 शुक्रवार ता. 29 मई 2015 को सिंधनूर नगर-KNTK में होगी।गयह भागवती दीक्षा पूज्य उपाध्याय गुरुदेव श्री मणिप्रभसागरजी म. सा. के सानिध्य में संपन्न होगी। कुमारी शिल्पा पिछले 6 वर्षों से पूजनीया पाश्र्वमणि तीर्थ प्रेरिका साध्वी श्री सुलोचनाश्रीजी म.सा. सुलक्षणाश्रीजी म.सा. के सानिध्य में अध्ययन कर रही है। कुमारी शिल्पा ने चार प्रकरण, तीन भाष्य, कर्मग्रन्थ आदि का गहन अभ्यास किया है। उसके परिवार से उसकी दो भुआजी एवं एक बहिन पूर्व में दीक्षित हैं। दीक्षा सिंधनूर में होगी, इस घोषणा  से सकल संघ में आनंद की लहर छा गई।